कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह व BJP की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा
Digvijay Singh Reaction on Malegaon Blast: पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा मालेगांव विस्फोट मामले में बरी हो गई हैं। 17 साल बाद आए इस फैसले में साध्वी प्रज्ञा सहित सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया गया है। जब यह ब्लास्ट हुआ तो इसके बाद परे देश में हिंदू आतंकवाद की चर्चा छिड़ गई थी। भाजपा नेता आरोप लगाते रहे हैं कि कांग्रेस ने इसे हिंदू आतंकवाद का नाम दिया था। साध्वी प्रज्ञा के बरी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की अब इस पर प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा है कि आतंकवाद धर्म के आधार पर नहीं होता।
बता दें हिन्दू आतंकवाद को लेकर भाजपा के द्वारा कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम रहे दिग्विजय सिंह को खूब निशाने पर लिया गया। भाजपा के द्वारा साध्वी प्रज्ञा जब सांसद का चुनाव लड़ी थी तब भी यह मुद्दा खूब जोर-शोर से सामने रखा गया। साध्वी प्रज्ञा मध्यप्रदेश की भोपाल सीट से पूर्व सांसद रहीं है उस समय इस सीट पर उनके विपक्ष में कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने चुनाव लड़ा था और साध्वी ने दिग्विजय को हराकर यह शीट अपने नाम की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि न तो हिंदू आतंकवाद है और न ही मुस्लिम आतंकवाद। कुछ लोग हैं जो नफरत के लिए धर्म का इस्तेमाल करते हैं, वे आतंकवादी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया, यह पूरी तरह से गलत है। आतंकवाद धर्म के आधार पर नहीं होता। दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि न तो हिंदू आतंकवाद है और न ही इस्लामी आतंकवाद। हर धर्म सद्भाव और सत्य-अहिंसा का प्रतीक है। न तो सिख और न ही ईसाई आतंकवादी हैं।
दरअसल, हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर दिग्विजय सिंह भाजपा के निशाने पर रहे हैं। भाजपा आरोप लगाती रही है कि दिग्विजय सिंह ने हिंदुओं को बदनाम करने के लिए हिंदू आतंकवाद का सिद्धांत गढ़ा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ हिंदू आतंकवाद का मुद्दा उठाया था। इस मुद्दे को मजबूत करने के लिए भाजपा ने उनके खिलाफ साध्वी प्रज्ञा को मैदान में उतारा था। साध्वी प्रज्ञा ने उस चुनाव में दिग्विजय सिंह को तीन लाख वोटों से हराया था।
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भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने ट्विटर पर लिखा कि मालेगांव बम विस्फोट के झूठे मामले के जरिए हिंदुओं, हिंदुत्व और सनातन को बदनाम करने की साजिश आज खत्म हो गई। क्या आप कांग्रेस के तुष्टिकरण-प्रिय नेताओं, जिनमें कांग्रेस का प्रथम परिवार, तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार, तत्कालीन पी चिदंबरम और तुष्टिकरण के ब्रांड एम्बेसडर दिग्विजय सिंह शामिल हैं, से हिंदुओं से माफी मांगेंगे?