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-सीमा कुमारी
हर साल कार्तिक महीने की पूर्णिमा तिथि को ‘गुरु नानक जयंती’ (Guru Nanak Jayanti) मनाई जाती है। इस साल ये जयंती 8 नवंबर को मनाया जाएगा। सिख धर्म के अनुयायियों के लिए यह जयंती बेहद खास होती है। इसी कारण इसे गुरु पूरब या प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि, इस दिन गुरु नानक देव का जन्म हुआ था। साल 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन उनका जन्म हुआ था। इसी कारण इस दिन देश-विदेश के कोने-कोने में विभिन्न कार्यक्रम के साथ-साथ कीर्तन का आयोजन किया जाता है। आइए जानिए गुरु नानक जयंती का इतिहास और तिथि।
जानकारों का मानना है कि, गुरू नानक सिख धर्म के पहले गुरू हैं। 15 अप्रैल 1469 को गुरु नानक देव का जन्म तलवंडी ननकाना साहिब में हुआ था। इसी के कारण इन्हें नानक नाम से संबोधित किया जाता है। माना जाता है कि गुरु नानक देव ने ही सिख समाज की नींव रखी थी। इसी कारण उन्हें संस्थापक कहा जाता है।
16 साल की उम्र में गुरु नानक देव का विवाह लाखौकी नामक स्थान में रहने वाली सुलखनी नामक कन्या से हुआ था। इनके दो पुत्र श्रीचंद और लख्मीचंद थे। माना जाता है कि पुत्रों के जन्म के बाद गुरु नानक देव अपने साथियों के साथ तीर्थ में निकल गए और भारत, अफगानिस्तान, फारस, अरब सहित कई देशों में भ्रमण करते हुए उपदेश देते थे। इन यात्राओं को पंजाबी में ‘उदासियां’ कहा जाता है।