आज हैं दुर्गाष्टमी (सौ.सोशल मीडिया)
जगत जननी मां दुर्गा को समर्पित ‘मासिक दुर्गाष्टमी’ (Durga ashtami 2024) का पर्व हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार सावन महीने की ‘मासिक दुर्गाष्टमी’ (Sawan Masik Durga Ashtami 2024) का पर्व 13 अगस्त, मंगलवार को है।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाती है। साथ ही, मां दुर्गा के निमित्त व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक की हर अभिलाषा पूरी होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। अतः, साधक श्रद्धा भाव से जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करते हैं। ऐसे में आइए जानें सावन महीने की मासिक दुर्गाष्टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त-
ज्योतिषियों की मानें तो सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 12 अगस्त को भारतीय समयानुसार सुबह 7 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, अष्टमी तिथि का समापन 13 अगस्त को सुबह 9 बजकर 31 मिनट पर होगा। अत: 13 अगस्त को सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी है।
1- मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि करके शुद्ध कपड़े धारण करें।
2- पूरे घर और मंदिर में गंगाजल का छिड़काव करके उसे शुद्ध करें।
3- मंदिर में माता दुर्गा को फोटो या मूर्ति को स्थापित करें और व्रत का संकल्प लें।
4- मां का रोली या हल्दी से तिलक करें। साथ ही, उन्हें माला, फूल, फल और श्रृंगार के पांच सामान अर्पित करें।
5- इसी के साथ माता को पूरी, चने और हलवे का भोग लगाएं और इस दौरान मां दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
6-अंत में माता दुर्गा के सामने घी का दीपक जलाएं और आरती करें।
मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन व्रत रखने और मां की उपासना करने से सभी भक्तों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। भगवती दुर्गा को उबले हुए चने, हलवा-पूरी, खीर, पुए आदि का भोग लगाया जाता है। फिर देवी दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर की मंत्रों से विधि-पूर्वक पूजन करने से समस्त कष्टों से छुटकारा मिलता है। इस दिन पूरी श्रद्धा के साथ जो भी भक्त मां दुर्गा की आराधना करता है, देवी मां की कृपा से उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।