विश्व ओरआरएस दिवस 2024 (सौ.सोशल मीडिया)
देशभर में स्वास्थ्य को लेकर सरकार की कई योजनाओं का फायदा हर वर्गों को मिलता रहा है इसे लेकर ही नवजात और 5 साल के बच्चे के लिए जीवन रक्षक घोल के रूप में ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट सॉल्यूशन) का इस्तेमाल किया जाता है जो बच्चों में होने वाली उल्टी-दस्त की समस्या पर आराम देता है। ओआरएस के प्रति जागरूकता दर्शाने के लिए हर साल 29 जुलाई को विश्व ओआरएस दिवस मनाया जाता है। ओआरएस पांच साल से कम उम्र के बच्चों में दस्त की समस्या से रोकथाम के लिए प्रभावी तरीके में से एक है।
यहां पर ओआरएस को अच्छी तरह समझें तो, ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (ओआरएस) एक प्रकार का घोल है, जो कि ग्लूकोज रूप में होता है। इसमें मौजूद तत्व दस्त, उल्टी और अत्यधिक पसीने के दौरान शरीर से निकलने वाले इलेक्ट्रोलाइट्स को फिर से रिचार्ज करने में मदद करता है। इसमें आपको तीन प्रकार के सॉल्ट घुले हुए मिल जाएंगे जिनका नाम 1-सोडियम क्लोराइड या कॉमन सॉल्ट, ट्राइसोडियम साइट्रेट डाइहाइड्रेट, पोटेशियम क्लोराइड है।
बताते चलें कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने छोटे बच्चों को ज्यादा दस्त होने पर जैसी समस्या के इलाज के लिए ओआरएस को एक आवश्यक दवा के रूप में सूचीबद्ध किया है। डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ का कहना है कि दस्त से पीड़ित छोटे बच्चों को ओआरएस के साथ-साथ जिंक की भी सही मात्रा जरूर दी जानी चाहिए।
यहां पर घर पर ओरआरएस का घोल बनाना बिल्कुल आसान है इसके लिए ओआरएस पाउच मेडिकल शॉप पर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। इसके अलावा ये काफी सस्ते होते हैं और संभावित रूप से जीवन रक्षक होते हैं। एक पाउच के पाउडर को एक लीटर पानी में मिलाना है और अच्छी तरह से शेक करके धीरे-धीरे घूंट मारकर पी लें।
इन सामग्रियों की जरूरत
घर पर भी इस ओआरएस ड्रिंक को आप तैयार कर सकते हैं बस आपको इन चीजों की जरूरत होगी, जो इस प्रकार है..
1- 30 ग्राम या 6 चम्मच चीनी
2- 1/2 छोटा चम्मच नमक
3- 1 लीटर साफ पानी, उबला हुआ तो बेहतर होगा।
एक साफ बोतल में सभी सामग्री डालकर अच्छी तरह हिलाएं और ड्रिंक को एक बार में निगलने की कोशिश न करें ब्लकि धीरे-धीरे घूंट भरकर पिएं।
यहां पर घर पर ओआरएस का घोल बनाने के बाद सेवन करने के लिए आपको फायदे मिलते है जो इस प्रकार है.
1- देखते हैं कि, हर साल हर साल लगभग 15 लाख बच्चों की दस्त लगने से मौत हो जाती है लेकिन ओआरएस जैसे सरल और सस्ते उपाय से इन मौतों को रोका जा सकता है।
2- स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मानें तो,माता-पिता को दस्त के पहले लक्षणों पर ही बच्चे को ओआरएस देना शुरू कर देना चाहिए। एक दिन में तीन से ज्यादा बार दस्त या पानी की तरल मल निकलने पर हालत गंभीर हो सकती है।
3-दस्त और उल्टी से पीड़ित बच्चों को गंभीर से डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिसे रोकने के लिए स्वच्छ पेयजल में ओआरएस घोल मिलाकर दिया जा सकता है।
4-ओआरएस की पहली घूंट लेने के कुछ ही मिनटों बाद इसका काम शुरू हो जाता है। ये सॉल्यूशन शरीर को फिर से हाइड्रेट करता है।हमारी आंतें ग्लूकोज और पानी के साथ सोडियम को भी अवशोषित करती हैं, जिससे शरीर हाइड्रेट हो जाता है।