सीमा कुमारी
नवभारत डिजिटल टीम: सनातन धर्म में ‘मकर संक्रांति'(Makar Sankranti) का त्योहार बहुत महत्व रखता है। इस दिन सूर्य देव एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। इस प्रकार साल 2024 में 15 जनवरी को ‘मकर संक्रांति’है। इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। भगवान सूर्य देव को समर्पित मकर संक्रांति की पावन तिथि हिंदू श्रद्धालुओं के लिए बड़ा महत्व रखता है।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, इस दिन सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इससे कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है। कुंडली में सूर्य के मजबूत होने से जातक को जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल होता है। साथ ही समय के साथ पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। अगर आप भी करियर और कारोबार को नया आयाम देना चाहते हैं, तो मकर संक्रांति के दिन ये उपाय जरूर करें। आइए जानें इन उपायों के बारे में-
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन दान करने का विशेष विधान है। इस दिन दान करने से व्यक्ति विशेष को अक्षय फल की प्राप्ति होती है। इसके लिए मकर संक्रांति के दिन गेहूं, गुड़, मूंगफली, शहद, लाल रंग के वस्त्र और तांबे के बर्तन का दान करें। आप गुड़ मिश्रित दूध की खीर बनाकर राहगीरों के मध्य वितरित कर सकते हैं।
कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत करने के लिए मकर संक्रांति के दिन अपने पिता की सेवा और सम्मान करें। अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार पिता जी को लाल रंग युक्त वस्त्र या कीमती उपहार प्रदान करें। सूर्य को पिता का कारक माना गया है। अतः पिता जी की सेवा करने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है।
मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को अर्घ्य दें। तांबे के लोटे में जल, लाल पुष्प, हल्दी, अक्षत और कुमकुल डालें। इस उपाय से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है।
ज्योतिषियों की मानें तो, लाल रंग के धागे में चांदी से निर्मित बजरंग बली का लॉकेट धारण करने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। इन उपायों को करने से कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है। इससे करियर और कारोबार को नया आयाम मिलता है।
कहते है, मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ का सेवन करें। ऐसा करने से जीवन में सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।