माधवी पुरी बुच की कहानी (सोशल मीडिया)
नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: जैसा कि, महिला दिवस (International Women’s Day 2024) आने वाले दिन 8 मार्च को मनाया जाने वाला है वहीं पर इस दिन को महिलाओं के लिए समर्पित दिन माना जाता है। ऐसी ही प्रतिभाली महिलाओं में से एक महिला माधवी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) का नाम सामने आता है जिन्होंने विपरित परिस्थितियों में रहकर भी अपने मुकाम को प्राप्त किया। वर्तमान में वे प्रतिभूति नियामक संस्था भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष हैं। वह सेबी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अध्यक्ष हैं।
माधवी का जन्म 1966 में हुआ था जहां पर उनके पिता कमल पुरी कॉर्पोरेट क्षेत्र के लिए काम करते थे जबकि उनकी माँ राजनीति विज्ञान में डॉक्टरेट के साथ एक अकादमिक थीं। वे महज 18 साल की थी और उनकी शादी धवल बुच से कर दी गई थी उस दौरान उनके पति धवल एफएमसीजी बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिलीवर में निदेशक थे। जब वह 21 साल की हुईं तो उन्होंने शादी कर ली और उसके बाद उन्होंने अपने बेटे अभय को जन्म दिया। माधवी अपने इस मुकाम पर पहुंचने का श्रेय पति और अपने बेटे को देती है वे उन्हें उनके मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक मानती है।
माधवी पुरी बुच (सोशल मीडिया
भले ही माधबी की शादी कम उम्र में हो गई हो लेकिन उन्होंने खुद की पहचान बनाने और काम करने का वादा खुद से कर लिया था। शादी के बाद अपने करियर की शुरूआत करने के लिए उन्होंने IIM अहमदाबाद से एमबीए को पूरा किया और इसके बाद एक साल एक एनजीओ के साथ काम किया एनजीओ में का करने के दौरान ही उनके करियर को पंख लग गए। उन्हें आईसीआईसीआई का एक ऑफर मिला जिसमें वे बड़े पैमाने पर मैन्यूफैक्चरिंग का समर्थन करने वाला विकास संस्थान हुआ करता था इसमें काम करने की पहली सीढ़ी माधवी ने पार कर ली थी। यहां उन्होंने शीर्ष बैंकर के.वी. कामथ के मार्गदर्शन में काम करने का मौका मिला. और जैसा बुच बताती हैं, उनके लिए तब तक किसी व्यक्ति की उम्र या जेंडर कोई मायने नहीं रखता था, जब तक वह अपना काम बखूबी कर रहा हो।
माधवी को आईसीआईसीआई में काम करने के दौरान ही अपने बॉस से सीख मिली थी अगर इस क्षेत्र में आगे बढ़ना है तो टेक्नोलॉजी को अच्छे से सीखना पड़ेगा। पांच महीने बाद ही बुच ने भारत के शुरुआती ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में से एक आईसीआईसीआई डायरेक्ट डॉट कॉम को लॉन्च कर पूंजी बाजार में कदम रखा. उन्हें बदलते दौर में टेक्नोलॉजी की भूमिका साफ नजर आ रही थी. वे बताती हैं, “यह बाजार में सबसे निचले पायदान के व्यक्ति को लोकतांत्रिक तरीके से सशक्त बना रहा था.” इसके बाद पने शानदार करियर में कई निजी कंपनियों में नेतृत्व वाली भूमिकाएं निभाने के बाद 2017 में बुच के जीवन में तब एक बड़ा मोड़ आया जब उन्हें सेबी में पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त किया गया. उन्होंने मार्च 2022 में यहां अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली।