सीमा कुमारी
नई दिल्ली: वास्तु-शास्त्र में कुछ पौधों को शुभ और पवित्र माना जाता है। इसमें ‘अपराजिता’ का पौधा भी शामिल है। वास्तु- शास्त्र के अनुसार, घर में सही दिशा में अपराजिता का पौधा लगाने से मां लक्ष्मी का आगमन होता है। इसके साथ ही भगवान विष्णु, शनिदेव और भगवान शिव को अपराजिता का नीला फूल चढ़ाना भी बहुत शुभ माना जाता है।
घर में अपराजिता का पौधा होने से सुख-शांति, धन लाभ के साथ घर के हर सदस्य को तरक्की मिलती है। आइए जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की किस दिशा और किस दिन अपराजिता का पौधा लगाना है शुभ।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करते समय उनको शंखपुष्पी के फूल अर्पित किए जाएं तो उनकी कृपा प्राप्त होती है। इस पौधे के नीले रंग के फूल भगवान विष्णु की पूजा में चढ़ाना शुभ माना जाता है। इस पौधे के फूल सफेद रंग के भी होते हैं, जिनको शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को अर्पित किए जाएं तो घर में धन का आगमन बढ़ता है और समृद्धि आती है। वहीं, महादेव की पूजा में शंखपुष्पी के नीले रंग के फूल अर्पित करने चाहिए। इससे भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं।
माना जाता है कि ये पेड़-पौधे जितनी तेजी से बढ़ेंगे उतनी ही तेजी से घर में सुख-समृद्धि के साथ सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ेगा। इसके साथ ही भगवान शिव, विष्णु जी के साथ मां लक्ष्मी का आगमन घर में होगा। इन्हीं पौधों में से एक है अपराजिता का पौधा। अपराजिता के पौधे में कई तरह के फूल होते हैं। लेकिन घर में नीले रंग के फूल वाला अपराजिता का पौधा लगाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है।
कहते हैं, अपराजिता यानी शंखपुष्पी के पौधे की जड़ को पूजा करने के बाद तिजोरी में रख देना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी की कृपा से तिजोरी हमेशा धन से भरी रहती है। वहीं, इसकी जड़ को घर के पूजा स्थल में रखकर पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस पौधे को हमेशा ईशान कोण में लगाना चाहिए। वास्तु-शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार में अपराजिता का पौधा लगाना शुभ माना जाता है। इसलिए मुख्य द्वार के दाएं ओर अपराजिता का पौधा लगा सकते हैं।