कुत्तों को मिलेगा शेल्टर (फ़ाइल फोटो)
सीमा कुमारी
नई दिल्ली: ये तो सभी जानते हैं कि कुत्ता का काटना बेहद खतरनाक होता है। आजतक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। अगर, रैबीज का इंफेक्शन शरीर में फैल जाता है, तो व्यक्ति की जान बचाना बेहद मुश्किल हो जाता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई, जहां एक 14 साल के बच्चे को कुत्ते ने काट लिया, इसके बाद बच्चे की दर्द से तड़प-तड़प कर जान चली गई।
अक्सर गली-मोहल्ले और सड़क पर घूमते कुत्ते आते-जाते लोगों को काट लेते हैं। वे आपके पैर या शरीर के किसी अंग में दांत घुसा सकते हैं। ऐसे में अगर कुत्तों में जहर खत्म करने का टीका न लगा हो, तो वह ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इससे असहनीय दर्द तो होता ही है, कईं इंजेक्शन लगवाना पड़ता है। अगर सही समय पर इंजेक्शन न लगाया जाए, तो रेबीज की बीमारी लग जाती है और इससे मौत भी हो सकती है। इसलिए, कुत्ता काटे तो लापरवाही नहीं करना चाहिए। आइए जानें कुत्ता काटने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए और कब इंजेक्शन लगवाना चाहिए।
डॉक्टर्स के मुताबिक, कुत्ता काटने के 24 घंटे के अंदर-अंदर तक एंटी रैबीज का इंजेक्शन हर हाल में लगवा लेना चाहिए। वरना कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। अक्सर कुत्ता काटने के बाद 5 इंजेक्शन लगवाना पड़ता है। लेकिन, पहला इंजेक्शन 24 घंटे में ही लग जाना चाहिए। इसके बाद दूसरा इंजेक्शन तीसरे दिन, तीसरा 7वें दिन, चौथा 14वें दिन और आखिरी 28वें दिन लगता है। डॉक्टर बताते हैं कि, कभी-कभी इंजेक्शन लगाने के बाद कुछ लोगों को बुखार जैसी समस्या हो सकती है। हालांकि, इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है।
डॉक्टर्स का मानना है कि कुत्ता काटने पर सबसे पहले उस जगह को धोना चाहिए। डिटर्जेंट या साबुन से इसे धोना चाहिए। अगर जख्म काफी गहरा है, तो उस जगह साबुन से धोकर बिटाडिन मलहम लगाएं। इससे रैबीज वायरस का असर थोड़ा कम करने में मदद मिलता है। लेकिन, इसे अच्छी तरह से साफ करना जरूरी है। इसके साथ ही कुत्ते काटने के बाद टेटनस का इंजेक्शन भी सबसे पहले लगवाना चाहिए। बता दें कि टिटनेस का इंजेक्शन घाव ठीक करने के लिए नहीं, बल्कि वैक्सीन की तरह काम करता है।