गोंदिया में सरपंच का चुनाव (सौजन्य-नवभारत)
Gondia News: गोंदिया जिले के रावनवाडी में 110 गुट ग्राम पंचायत के चुनाव को तीन महीने का समय है। इच्छुक उम्मीदवार इन दिनों मतदाताओं को लुभाने के लिए सक्रिय नजर आ रहे हैं। 110 सरपंच को इस बार सीधे जनता चुनेगी। इसलिए ग्रामीण अंचलों में अभी से चुनावी बाजार गर्म नजर आ रहा है। जिले में पहली बार 110 गुट ग्राम पंचायत के सरपंचों का चुनाव जनता करेगी।
इसलिए संभावित उम्मीदवार सार्वजनिक कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और जनता से संवाद कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के फिराक में नजर आ रहे हैं। इच्छुक उम्मीदवार कुछ दिनों में शुरू होने वाले नवरात्रि पर्व में भी आर्थिक सहायता के साथ अपना पूरा समय मातारानी के दरबार में दे रहे हैं। सार्वजनिक दुर्गा समिति के पदाधिकारियों को इच्छुक उम्मीदवार से संयोग भी मिल रहा है।
गुट ग्राम पंचायत के चुनाव प्रक्रिया को 90 दिन शेष हैं। लेकिन गांवों में चुनाव चर्चा तथा रात में चौपाल पर सरपंच और ग्राम पंचायत सदस्यों का चयन करने चुनावी रणनीति शुरू हो गई है। जिले का निर्माण हुए 26 वर्ष हो गए हैं। लेकिन गुट ग्राम पंचायत में जिस समूह के ज्यादा सदस्य चुनकर आते थे, उसी पक्ष का सरपंच बनता था। लेकिन राज्य चुनाव आयोग के आदेश अनुसार 26 वर्ष के बाद इस बार जनता सरपंच को मतदान कर चुनेगी। इसलिए ग्रामीण अंचलों में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है।
जनता को इस बार सीधे सरपंच चुनने का मौका मिला है। जनता किसके बहकावे में ना आकर सक्षम सरपंच उम्मीदवार का चयन कर गाव के विकास में योगदान करना चाहिए।
– कुलदीप पटले, सरपंच गर्रा
नागरिक अपने गांव का विकास करने में अग्रसर रहने वाले उम्मीदवार के साथ ही जाना चाहिए तथा अपने मतदान का महत्व समझकर पहली बार सरपंच का चयन करने का जो मौका मिला है, उसे महत्व देना चाहिए।
– सुशील कोल्हाटकर, सामाजिक कार्यकर्ता सावरीॉ
यह भी पढ़ें – मनरेगा भ्रष्टाचार पर सभापति का पलटवार, 300 करोड़ के आरोप झूठे, बोले- यह एक राजनीतिक साजिश
मतदाओं ने गांव का विकास को महत्व देकर सरपंच का चयन करना चाहिए तथा किसी भी लालच में ना आकर जो उम्मीदवार सरकार की विभिन्न योजनाएं गांव में लाकर गांव का कायपलट कर सकता है ऐसे ही उम्मीदवार को महत्व देकर नागरिकों ने गांव के विकास में अपना योगदान देने पर ही गांव की समस्या का निराकरण होगा।
– देवेंद्र हरिनखेडे, सामाजिक कार्यकर्ता रावनवाड़ी
जनता को सीधे सरपंच चुनने का इस बार मौका मिला है। जनता ने सुज बुझ का परिचय देकर और अपने गांव के विकास को देख कर ही सक्षम उम्मीदवार को मतदान करना चाहिए। जनता जनार्दन ही गांव के विकास की नीव तय करती है। इसलिए अच्छे उम्मीदवार का ही चयन करें।
– शिशुपाल बरेले, सामाजिक कार्यकर्ता मोगर्रा