भाजपा पूर्व सांसद किरीट सोमैया (pic credit; social media)
मालेगांव: फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में शहर में एक बड़ा खुलासा हुआ है। भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. किरीट सोमैया ने दावा किया है कि 1044 आवेदकों ने जाली और झूठे दस्तावेजों के आधार पर देर से जन्म पंजीकरण और प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं। सोमैया ने मालेगांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इन सभी आवेदकों की जानकारी सबूतों के साथ पुलिस को सौंप दी गई है और उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की गई है। किरीट सोमैया ने यह भी बताया कि मनपा की शिकायत पर पहले ही इन आवेदकों के खिलाफ किला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया जा चुका है।
सोमैया मंगलवार 8 जुलाई को मालेगांव में थे, यहां उन्होंने भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत की। सोमैया ने विस्तार से बताया कि 1044 आवेदकों में से 70 बोगस हैं। इनमें से 199 आवेदक ऐसे हैं जिन्होंने आवेदन के साथ केवल आधार कार्ड सबूत के तौर पर दिया है। उनके आधार कार्ड पर जन्मतिथि कुछ और है, जबकि जिस जन्मतिथि के पंजीकरण के लिए आवेदन किया गया है, वह कुछ और है। इसके बावजूद, तहसीलदारों ने झूठी और फर्जी जन्मतिथियों के पंजीकरण के आदेश दिए। 143 आवेदकों ने आवेदन के साथ कोई भी दस्तावेज या सबूत नहीं दिया है।
फर्जी आवेदकों ने मनपा से जन्म प्रमाण पत्र किए प्राप्त
90 आवेदकों ने आवेदन के साथ दिए गए आधार कार्ड पर जन्मतिथि 1/1 लिखी है, जिसका अर्थ है कि उनका जन्म 1 जनवरी को हुआ है। तहसीलदारों द्वारा दिए गए झूठे आदेशों के आधार पर इन फर्जी आवेदकों ने मनपा से जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं। सोमैया ने इन आवेदकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी बताया कि नगर निगम द्वारा दिए गए जन्म प्रमाण पत्रों के संबंध में उच्च स्तरीय जांच चल रही है, जिसकी जांच नगर विकास विभाग के सचिव गोविंदराज कर रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा शहराध्यक्ष देवा पाटिल, संदीप भुसे, रवीश मारू, एड. योगेश निकम भी उपस्थित थे।
मनपा ने स्वीकारी गलती?
शुरुआत में सोमैया ने मनपा आयुक्त रवींद्र जाधव और स्वास्थ्य अधिकारी से मुलाकात की और उन्हें घेरा। इस दौरान उन्होंने कहा कि 300 से अधिक आवेदकों ने तहसीलदार (कार्यकारी मजिस्ट्रेट) के जाली और बिना हस्ताक्षर वाले आदेश नगर निगम को देकर जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं। यह सवाल पूछे जाने पर कि ये प्रमाण पत्र दिए ही कैसे गए, नगर निगम प्रशासन ने यह गलती स्वीकार की कि इन जन्म प्रमाण पत्रों को जारी करने में चूक हुई है।
1044 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
साथ ही, उन्होंने सभी ऐसे जन्म प्रमाण पत्रों को रद्द करने का निर्णय भी लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि इन नामों की सूची पासपोर्ट विभाग को भी दी गई है। इसके बाद, सोमैया ने अपर जिला कलेक्टर, अपर पुलिस अधीक्षक और किला पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पुलिस को उन लोगों की सूची सौंपी, जिन्होंने फर्जी दस्तावेजों के जरिए जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं। सोमैया ने बताया कि उन्होंने पुलिस से इन 1044 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।