लातुर में कांग्रेस और BJP कार्यकर्ताओं में झड़प (pic credit; social media)
मुंबई: आगामी चुनावों से पहले लातूर में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। सड़क उद्घाटन के दौरान कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। अब तक किसी के खिलाफ कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई गई है। लेकिन कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रही है।
महाराष्ट्र में सियासी पार्टियों के बीच की खटास अब सरे आम सामने आ रही है। लातूर शहर में रविवार (14 जुलाई) को एक सड़क उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। यह घटना उस समय हुई जब पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक अमित देशमुख मजगे नगर इलाके में आयोजित उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे।
मिली जानकारी के अनुसार उद्घाटन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं का एक समूह, जिसमें शहर इकाई के अध्यक्ष अजीत पाटिल कव्हेकर भी शामिल थे, नारेबाजी और पोस्टरों के साथ मौके पर पहुंचा और कार्यक्रम को भंग करने की कोशिश की। बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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एक दूसरे के विरोध में नारेबाजी से हुई तीखी बहस
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जिस सड़क परियोजना का उद्घाटन किया जा रहा है, वह बीजेपी सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत हुई थी। लेकिन कांग्रेस इसका श्रेय लेने का प्रयास कर जनता को गुमराह कर रही है। इस विरोध के जवाब में कांग्रेस समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया और दोनों पक्षों में थोड़ी देर के लिए तीखी बहस और धक्का-मुक्की हुई।
पुलिस ने स्थिति को किया नियंत्रित
स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और हस्तक्षेप करते हुए स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से किसी बड़े विवाद की नौबत नहीं आई। दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस झड़प को लेकर अब तक कोई आधिकारिक पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
BJP नहीं चाहती विकास
घटना के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस विधायक अमित देशमुख ने BJP पर आरोप लगाया कि वह शहर में विकास नहीं चाहती और शांति भंग करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे विरोध से न तो विकास रुकेगा और न ही जनता को गुमराह किया जा सकेगा। इस राजनीतिक टकराव ने लातूर में आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है।