पीएम मोदी और पाक पीएम शहबाज शरीफ (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: पहलगाम हमले के भारत ने पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाया हुआ है। पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं और सरकार अब पड़ोसी देश की इकॉनमी पर अटैक करके उसे अलग-थलग करने का प्लान बना रही है। जानकारी के मुताबिक भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक जाकर पाकिस्तान को दिए जाने वाले लोन को लेकर उन्हें पुनर्मूल्यांकन करने की मांग की है।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ समय से अच्छी नहीं चल रहीं है। पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था को चलाए रखने के लिए बहुत हद तक विश्व बैंक और IMF से मिलने वाले लोन पर निर्भर है। भारत की योजना इसी लोन पर रोक लगवाने की हो सकती है।
विश्व बैंक ने मंगलवार को पाकिस्तान को 108 मिलियन डॉलर यानी करीब करीब 913 करोड़ रुपये का फंड देने का ऐलान किया था। वर्ल्ड बैंक ने उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में महिलाओं और लड़कियों की आवश्यक सेवाओं और आर्थिक अवसरों तक पहुंच बढ़ाकर उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए 108 मिलियन अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त धनराशि मंजूर की है।
भारत पाकिस्तान को दिए जाने वाले इसी फंड पर रोक लगाने की मांग कर सकता है। क्योंकि भारत का मानना है कि पाकिस्तान वर्ल्ड बैंक की ओर से दिए जाने वाले फंड का उपयोग खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में महिलाओं और लड़कियों पर खर्च करने की जगह आतंकियों को पालने और हथियार खरीदने के लिए कर सकता है। हालांकि भारत सरकार की ओर से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि वो IMF और विश्व बैंक के जरिए पाकिस्तान पर किस प्रकार का दबाव बनाने के लिए जाने वाले हैं।
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इससे पहले भारत सरकार ने पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने इन यूट्यूब चैनलों पर भारत विरोधी कंटेंट प्रायोजित करने, झूठी अफवाह फैलाने के आरोप के बाद प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के एक्स अकाउंट पर भी प्रति प्रतिबंध लगाया है।