एन बीरेन सिंह (फोटो- सोशल मीडिया)
इम्फालः मणिपुर में कुकी और मैतई समुदाय के बीच चल रही हिंसा अचानक बढ़ गई है। प्रदेश में जारी आशांति के बीच नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया। NPP नेता कॉनराड संगमा ने भाजपा अध्यक्ष जगह प्रकाश नड्डा को लिखे एक आधिकारिक पत्र में कहा’ ‘मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में मणिपुर सरकार राज्य में जातीय हिंसा को नियंत्रित करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह से विफल रही है। इसलिए मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए, नेशनल पीपुल्स पार्टी ने तत्काल प्रभाव से मणिपुर राज्य में बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया है।
वहीं कॉनराड संगमा के समर्थन वापसी के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच बढ़ गई। इसके बाद मणिपुर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व वांगखेम से विधायक कीशम मेघ चंद्र ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि “अगर मणिपुर के लोग राज्य में शांति लाने के लिए नया जनादेश लाना चाहते हैं तो मैं सभी कांग्रेस विधायकों के साथ विधायक पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं”
I, along with all the Congress MLAs, am ready to resign as an MLA if the people of Manipur want to bring a new mandate to bring peace in Manipur. — Keisham Meghachandra (@meghachandra_k) November 17, 2024
जयराम रमेश ने मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष को दी शाबाशी
मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष की इस पोल्ट को रिट्वीट कर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने लिखा कि, ‘शाबाश! लेकिन मुख्यमंत्री को पहले इस्तीफा दे देना चाहिए।’ इसके कयासों का बाजार गर्म हो गया कि क्या एन बीरेन सिंह इस्तीफा देंगे।
Bravo! But it is the CM who should be resigning. https://t.co/04sh1jdIe4 — Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 17, 2024
अमित शाह की रैलियां रद्द
इस दौरान आज महाराष्ट्र चुनाव के चलते नागपुर में प्रस्तावित रैलियां व जनसभाएं अमित शाह की रद्द हो गईं। गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली वापिस चले गए। हालांकि इसका कारण मणिपुर में अचानक बढ़ी हिंसा को बताया जा रहा है। अब कुछ लोगों का मानना है कि मणिपुर सरकार के अस्थिर होने की आशंका के चलते शाह दिल्ली चले गए। गौरतलब है कि बीते दिन सीएम बीरेन सिंह समेत 11 विधायकों के घरों पर पथराव हुआ था।
मणिपुर विधानसभा का समीकरण
दरअसल, 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 31 है और बीजेपी के पास खुद के 32 विधायक हैं. 2022 में विधानसभा चुनाव के कुछ समय बाद, जेडीयू के 6 में से 5 विधायक औपचारिक रूप से भगवा पार्टी में शामिल हो गए, जिससे असेंबली में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 37 हो गई। इस प्रकार मणिपुर में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के पास अपने दम पर बहुमत है। एनपीपी के 7 विधायकों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद भी सरकार अस्थिर नहीं होगी। बसर्ते भाजपा के विधायक बगावत न करें।