(डिज़ाइन फोटो)
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की ममता दीदी सरकार के सुधार प्रशासन (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री अखिल गिरि का बीते शनिविर को एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस वीडियो में वे अतिक्रमण हटवाने आईं वन विभाग की एक महिला अधिकारी को मारपीट की धमकी और गाली देते भी साफ नजर आ रहे हैं। यह घटना उस समय हुई जब वे पूर्वी मेदिनीपुर जिले में ताजपुर समुद्र तट के निकट विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटा रहे थे। तृणमूल कांग्रेस के रामनगर से विधायक गिरि स्थानीय लोगों के बीच मौजूद थे।
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि ने बीते शनिवार को राज्य वन विभाग की एक महिला अधिकारी और उनकी टीम के सदस्यों को कथित तौर पर धमकाया और अपशब्द कहे। टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित वीडियो में उन्हें महिला अधिकारी मौमिता साहू को कथित तौर पर धमकाते हुए देखा जा सकता है। इस घटना से विवाद पैदा हो गया है। BJP ने मंत्री गिरि की गिरफ्तारी की मांग की है। खुद TMC ने मंत्री के व्यवहार की आलोचना की है तथा कहा कि पार्टी उनके बयान का समर्थन नहीं करती है।
West Bengal Minister Akhil Giri threatens a lady Forest Officer because she was performing her duty to remove illegal encroachment in forest areas.
What did he say –
1. “সরকারি কর্মচারী, মাথা নিচু করে কথা বলবেন।” – You are a government employee, bow down your head (infront of… pic.twitter.com/CDrULP9Mli
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) August 3, 2024
वहीं सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो में TMC नेता महिला अधिकारी मौमिता साहू पर चिल्लाते हुए कह रहे हैं, ”तुम बस एक सरकारी कर्मचारी हो। बोलते समय अपना सिर जरा झुकाओ। तुम देखना एक हफ्ते में तुम्हारे साथ क्या होता है। अगर तुम फिर से अतिक्रमण का मुद्दा उठाती हो, तो मैं सुनिश्चित करूंगा कि तुम वापस नहीं आ पाओगी। ये गुंडे तुम्हें रात में घर नहीं जाने देंगे। अपने तरीके सुधारो, नहीं तो मैं तुम्हे डंडे से पीटूंगा।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, यह वीडियो पूर्व मेदिनीपुर जिले के ताजपुर समुद्र तट के पास का है। यहां जिला वन अधिकारी मौमिता साहू अपनी टीम के साथ वन विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटावा रही थीं। इसी दौरान मौके पर मंत्री पहुंचे और उन्होंने साहू से तीखी बहस की।
इस पर राज्य मंत्री गिरि ने मीडिया से कहा, “वन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार रात को कई दुकानें हटा दीं। वन भूमि पर कई निर्माण हुए हैं, लेकिन विभाग उन पर कुछ नहीं कर सका। वन विभाग इन गरीब लोगों को परेशान कर रहा है।” वहीं संपर्क करने पर महिला अधिकारी मौमिता साहू ने गिरि द्वारा उन्हें और उनके सहयोगियों को दी गई धमकी के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
सूत्रों की मानें तो राज्य के वन मंत्री बिरबाहा हांसदा ने महिला अधिकारी से संपर्क किया और पूरी घटना का संज्ञान लिया। TMC के प्रवक्ता कुणाल घोष ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी दोनों मामले पर नजर रखे हुए हैं। घोष ने कहा, “हम गिरि के शब्दों और व्यवहार का विरोध करते हैं। यह अवांछनीय है। अगर उन्हें वन विभाग के बारे में कुछ कहना था, तो वे बिरबाहा हांसदा को भी बता सकते थे। इसके बजाय उनका , महिला अधिकारी के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी पार्टी इसका समर्थन नहीं करती। पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी और महासचिव अभिषेक बनर्जी मामले पर नजर रख रहे हैं।”
गौरतलब है कि दो साल पहले भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अखिल गिरि की ऐसी ही विवादास्पद टिप्पणी की भी कड़ी आलोचना हुई थी। इस पर BJP ने ‘X’ पर लिखा, ‘‘क्या ममता बनर्जी इस मंत्री को (मंत्रिमंडल से) बाहर निकालकर जेल भेजने की हिम्मत करेंगी। क्या उनके खिलाफ सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने और महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोप दर्ज किए जाएंगे। देखते हैं कि इस गुंडे को अप्रत्यक्ष रूप से जान से मारने की धमकी देने और एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए जेल के अंदर डाला जाता है या नहीं।”