प्रतीकात्मक तस्वीर, (सोर्स- सोशल मीडिया)
नवभारत डेस्क: पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी ने यात्रियों से भरी एक ट्रेन को अगवा कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार, इस ट्रेन में 450 से अधिक यात्री मौजूद हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान के बोलन में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर 450 से अधिक लोगों को बंधक बनाने और 6 सैन्य कर्मियों की हत्या करने की जिम्मेदारी ली है। BLA ने चेतावनी दी है कि उनके खिलाफ किसी भी सैन्य अभियान चलाए जाने पर सभी बंधकों को मार दिया जाएगा।
आपको बता दें कि पाकिस्तान ही नहीं भारत में भी कई बार ट्रेनों को हाईजैक कर लिया गया है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी इस तरह की घटनाएं देखने को मिल चुकी है। तो आइए जानते हैं कि पाकिस्तान के अलावा दुनिया के और किन देशों में ट्रेन हाईजैक की घटनाएं घटित हो चुकी है।
साल 2013 में भारत में ट्रेन हाईजैक की घटना हुई थी। इस साल 6 फरवरी को मुंबई-हावड़ा मुख्य रेलवे मार्ग पर सिरसा गेट से कुम्हारी के बीच करीब 13 किलोमीटर तक जनशताब्दी ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया था। इस मामले में 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। यह पूरा मामला जयचंद अपहरण कांड से जुड़ा रहा है। 2001 में व्यापारी जयचंद वैद्य का अपहरण हुआ था, उन्हें 44 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस ने इस घटना में उपेंद्र सिंह उर्फ कबरा को मुख्य आरोपी बनाया था। हालांकि, वह जेल तोड़कर फरार हो गया था। इसके बाद में उसने जनशताब्दी ट्रेन हाईजैक की घटना को अंजाम दिया।
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इसके अलावा भारत में 2009 में भी ऐसी ही एक घटना घट चुकी है। साल 2009 में हथियारबंद माओवादियों ने भुवनेश्वर-राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। जानकारी के मुताबिक, जंगलमहल में करीब 300-400 माओवादियों ने पूरी ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। इस दौरान सैंकड़ों यात्री व कई रेलकर्मियों को भी बंधक बना लिया गया था। इस हाईजैकिंग की घटना के पीछे छत्रधर का नाम सामने आया था, कहा गया था कि उसके निर्देश पर ही घटना को अंजाम दिया गया था। बाद में कड़ी मशक्कत के बाद 20 पुलिसकर्मियों और करीब 150 सीआरपीएफ जवानों ने अपहरकर्ताओं के चंगुल से ट्रेन को आजाद कराया था। गनीमत यह रही थी इस घटना में ट्रेन के ड्राइवर व यात्री पूरी तरह सुरक्षित थे।