नई दिल्ली: मनुष्य का अस्तित्व जिस जगह पर टिका है वो है पृथ्वी। ऐसे में आज हम आपको बता दें कि हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य पृथ्वी के संरक्षण और पर्यावरण को लेकर लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना है। जैसा कि हम सब जानते है, हमारे देश में धरती को मां के समान माना जाता है लेकिन इतनी महत्ता के बावजूद अंधाधुन पेड़-पौधे की कटाई हो रही है, कई ऐसी गतिविधियां हो रही है जो पृथ्वी को नुकसान पहुंचा रही है। ऐसे में’ विश्व पृथ्वी दिवस’ (World Earth Day) के जरिए लोगों को ज्यादा ज्यादा पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है। सभी लोग अपने अपने अंदाज में अर्थ डे (Earth Day) मनाते हैं।
दरअसल पृथ्वी दिवस की नींव 1970 में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा रखी गई थी। आज यह वैश्विक आंदोलन का रूप ले चुका है जिसमें विश्व के विभिन्न देशों में होने वाली घटनाएं और गतिविधियां शामिल होती हैं। पृथ्वी दिवस की सर्वप्रथम कल्पना अमेरिकी पॉलिटिशियन और पर्यावरण एक्टिविस्ट सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन द्वारा की गई थी। वह तत्कालीन समय के बढ़ते पर्यावरण सम्बंधित मुद्दों को सम्बोधित करने के लिए पर्यावरण के प्रति जागरूकता और कार्यवाही को समर्पित एक दिन की कल्पना करते थे। सबसे पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था। इसकी वजह से आधुनिक पर्यावरण आंदोलन एक नई चाल में ढला। पृथ्वी दिवस की वजह से पर्यावरण संरक्षण के लिए लाखों लोगों का एक- साथ आना संभव हुआ।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि हर साल ‘पृथ्वी दिवस’ एक निर्धारित थीम के तहत मनाया जाता है। इस साल 2023 में पृथ्वी दिवस की थीम है – “ हमारे ग्रह में निवेश करें ” यानी Invest in Our Planet रखी गई है। बता दें कि यह थीम पृथ्वी दिवस के वैश्विक आयोजक Earth Day.org (EDO) द्वारा घोषित की गई है। यह थीम व्यक्तियों, समुदायों, सरकारों और व्यवसायों को प्राथमिकता देने और वर्तमान के साथ- साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे ग्रह की रक्षा और संरक्षण की दिशा में कार्रवाई करने का संदेश देती है। इसलिए इस साल की थीम यह राखी गई है।