Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

Waqf Law: क्या राज्य सरकारें वक्फ कानून को रोक सकती हैं? जानें ममता-स्टालिन के वादों की संवैधानिक सच्चाई

Wakf Amendment Act 2025: अनुच्छेद 246 के तहत केंद्र व राज्य में कानून विभाजित हैं। वक्फ समवर्ती सूची में है। टकराव होने की स्थिति में अनुच्छेद 254 के तहत केंद्र का ही कानून प्रभावी माना जाएगा।

  • By सौरभ शर्मा
Updated On: Apr 11, 2025 | 09:59 AM

ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव और एमके स्टालिन ने कानून को अपने-अपने राज्यों में लागू न करने की बात की (कॉन्सेप्ट फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

नई दिल्ली: वक्फ संशोधन कानून 2025 को लेकर राजनीतिक बयानबाजियां लगातार तेज है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के तेजस्वी यादव और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कानून को अपने-अपने राज्यों में लागू न करने की बात कही थी। लेकिन क्या किसी राज्य की सरकार केंद्र द्वारा पारित और राष्ट्रपति की मंजूरी से लागू हुए कानून को रोक सकती है? यह सवाल सभी के लिए चर्चा का विषय है। संविधान क्या कहता है और राज्य सरकारों की संवैधानिक सीमाएं क्या हैं, यही इस बहस की असल जड़ है।

कानून को लेकर राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित करना केवल एक प्रतीकात्मक कदम होता है, जिसका कोई कानूनी प्रभाव नहीं होता। सुप्रीम कोर्ट पहले भी इस पर स्पष्ट कर चुका है कि किसी राज्य की विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव केवल उस विधानसभा की राय होती है, न कि कोई बाध्यकारी आदेश। कानून के लागू होने या रद्द होने का निर्णय केवल संसद या सुप्रीम कोर्ट ही कर सकती है। ऐसे में राज्यों की असहमति केवल राजनीतिक अभिव्यक्ति मानी जाएगी। इस तरह के विधेयकों को विधानसभा में पारित करवाना भी एक राजनीतिक उद्देश्य ही होता है।

राज्य और केंद्र के बीच संवैधानिक संतुलन

भारत के संविधान के अनुच्छेद 246 के अनुसार कानून बनाने की शक्तियां केंद्र और राज्य में बंटी हुई हैं। वक्फ जैसे मुद्दे समवर्ती सूची में आते हैं, जिस पर दोनों सरकारें कानून बना सकती हैं। लेकिन अगर इस सूची के विषय पर राज्य और केंद्र के कानून में टकराव हो जाए, तो संविधान का अनुच्छेद 254 साफ करता है कि उस स्थिति में केंद्र का कानून ही मान्य होगा।

राज्य की सीमाएं और असहयोग की नीति

चूंकि वक्फ संशोधन कानून संसद द्वारा पारित और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद लागू हो चुका है, इसलिए कोई भी राज्य इसे रोक नहीं सकता। हालांकि राज्य सरकारें व्यवहारिक रूप से इसे लागू करने में असहयोग कर सकती हैं। वे प्रशासनिक अमला तैनात न कर, कार्यालय न बनाकर या वक्फ बोर्ड का पुनर्गठन न कर इसके प्रभाव को सीमित करने की कोशिश कर सकती हैं। लेकिन यह नीति संवैधानिक भावना के विरुद्ध मानी जा सकती है।

देश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

राजनीतिक विरोध बनाम कानूनी बाध्यता

राज्य सरकारों द्वारा कानून के खिलाफ प्रस्ताव पारित करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है। इससे वे अपनी असहमति दर्ज कराते हैं, लेकिन इसका कोई कानूनी असर नहीं होता। जब तक सुप्रीम कोर्ट इस कानून को रद्द नहीं करता, तब तक यह पूरे देश में लागू रहेगा और राज्यों को इसे मानना ही होगा। ऐसे में विरोध की राजनीति एक प्रतीक बनकर रह जाती है।

State governments stop the waqf law know the constitutional truth

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Apr 11, 2025 | 09:59 AM

Topics:  

  • Legal News
  • Mamta Banerjee
  • MK Stalin
  • Tejashwi Yadav
  • Waqf Act
  • Waqf Land

सम्बंधित ख़बरें

1

चुनाव आयोग और भाजपा के बीच में समझौता, राहुल-तेजस्वी के सामने युवक ने बताई आपबीती

2

तेजस्वी ने भरी हुंकार, कहा- पहले नीतीश फिर नंबर मोदी का; राहुल गांधी को बनाएंगे प्रधानमंत्री-Video

3

बिहार के DNA में मजदूरी, राहुल की यात्रा पर PK का हमला, कहा- ये सिर्फ चुनावी मेंढक

4

वोट की चोरी नहीं डकैती…सासाराम में बीजेपी पर बरसे तेजस्वी यादव, बोले- चूना नहीं रगड़ने देंगे

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.