शक्तिकांत दास (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अब 2 प्रधान सचिव होंगे। इस समय उनके एक प्रधान सचिव पीके मिश्रा हैं। वह गुजरात कैडर के वर्ष 1972 के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। इस पद पर शक्तिकांत दास की पहली नियुक्ति हुई है। वह रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर हैं। वे 2 महीने पहले ही आरबीआई गवर्नर पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
अपनी सेवानिवृति के करीब 75 दिन बाद वे प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़ रहे हैं। पिछले साल एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने उनकी प्रशंसा भी की थी। शक्तिकांत दास तमिलनाडु कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति संबंधी समिति ने उनका इस पद के लिए चयन किया है।
उनकी नियुक्ति से संबंधित आदेश में कहा गया है कि उनका कार्यकाल प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के साथ समाप्त होगा। दास पिछले 6 साल से आरबीआई के गवर्नर थे। उनका कार्यकाल 10 दिसंबर 2024 को खत्म हुआ था। इसके उपरांत संजय मल्होत्रा को आरबीआई का गवर्नर बनाया गया. शक्तिकांत दास तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
आरबीआई गवर्नर के साथ-साथ उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है। मई 2017 तक शक्तिकांत दास वित्त मंत्रालय में वित्त मामलों के विभाग के सचिव थे। उन्होंने 15वें वित्त आयोग में भी इसके सदस्य के रूप में कार्य किया था। दास भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर के अलावा भारत के जी20 शेरपा के रूप में भी काम कर चुके हैं।
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उन्होंने अपने 42 साल के करिअर में वित्त, निवेश और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में काम किया है। उन्होंने कोरोना और रूस-यूक्रेन युद्ध के समय देश की आर्थिक स्थिति को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शक्तिकांत दास भुवनेश्वर से हैं। वह तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। शासन के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुभव है. उन्होंने वित्त, कराधान, उद्योग, बुनियादी ढांचे आदि क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।