नायब सिंह सैनी और भूपिंदर सिंह हुड्डा (डिजाइन फोटो)
Haryana Politics: कांग्रेस पार्टी हरियाणा विधानसभा में नायब सिंह सैनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई है। कांग्रेस ने इस प्रस्ताव का नोटिस दिया था, जिसे अब औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है। विधानसभा स्पीकर हरविंदर कल्याण ने गुरुवार को कांग्रेस के नोटिस को मंज़ूरी दे दी और अविश्वास प्रस्ताव को सदन के एजेंडे में शामिल कर लिया।
अब शुक्रवार को विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस होगी। कांग्रेस यह प्रस्ताव सैनी सरकार के विरोध में लाई है। कांग्रेस ने नायब सैनी सरकार की नीतियों और कामकाज पर गंभीर आपत्तियां उठाई हैं और अपने रुख के लिए कई कारण बताए हैं।
इससे पहले कांग्रेस ने कई मौकों पर सरकार की आलोचना की थी, लेकिन अब उसने आधिकारिक तौर पर इस मामले को विधानसभा में चर्चा के लिए पेश किया है। शुक्रवार को विधानसभा में गरमागरम बहस होने की उम्मीद है। स्पीकर द्वारा प्रस्ताव स्वीकार किए जाने के बाद हरियाणा में राजनीतिक स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
शुक्रवार को विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर ज़ोरदार बहस होगी, जिसमें सरकार और विपक्ष दोनों अपने-अपने तर्क पेश करेंगे। दोनों ही तरफ से बहस के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। वोटिंग से यह तय होगा कि सैनी सरकार के पास विधानसभा में बहुमत है या नहीं।
कल का दिन हरियाणा की राजनीति के लिए बहुत अहम माना जा रहा है, क्योंकि अविश्वास प्रस्ताव सदन में सदस्यों के विश्वास की परीक्षा लेता है। सैनी सरकार को नंबरों में विश्वास जरूर हासिल है, लेकिन स्थिति ऐसी है कि उनकी नींद जरूर उड़ गई होगी।
सैनी सरकार और उसके समर्थक विपक्ष के इस कदम को राजनीतिक मकसद से प्रेरित मान रहे हैं। सरकार ने इस प्रस्ताव को सिर्फ राजनीतिक चाल बताते हुए खारिज कर दिया है और कहा है कि वे विधानसभा में इसका कड़ा विरोध करेंगे।
यह भी पढ़ें: No PUC No Fuel: दिल्ली में आज से पेट्रोल-डीजल भरवाने को नया नियम, ऐसे होगी पुरानी गाड़ियों की पहचान
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में, बीजेपी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की थी। 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में, बीजेपी ने 48 सीटें, कांग्रेस ने 37, इंडियन नेशनल लोक दल ने 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीन सीटें जीती थीं।