वायनाड: जहां एक तरफ केरल के वायनाड में दो दिन पहले आई आपदा में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं यहां के खराब हालात देखकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने आज भी दिल्ली नहीं लौटते हुए यहां रुकने का फैसला किया है। यह दोनों नेता आज भी यहीं रुकेंगे और आज फिर वायनाड के मेप्पाडी के पास चूरलमाला के पहाड़ी इलाकों का दौरा करेंगे।
इधर राज्य के राजस्व मंत्री के.राजन ने कहा कि मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भारी भूस्खलन के बाद कम से कम 190 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक घायल हो गए। सेना ने लगभग 1,000 लोगों को बचाया है और 220 लोग अभी भी लापता हैं। हालांकी अपुष्ट खबरों में मृतकों की संख्या 289 होने की जानकारी आ रही है।
After spending time with the grief-stricken people of Wayanad today, I feel the same profound sorrow I felt the day my father died. Many here have lost their entire families, making their pain even greater.
The tragedy is immense, and the work required to heal Wayanad is… pic.twitter.com/aLnemda8FP
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 1, 2024
मंत्री राजन ने बताया कि वायनाड जिला प्रशासन के मुताबिक मृतकों में 27 बच्चे और 76 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 225 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकतर मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित इलाकों से हैं।
#WATCH | Kerala: Search and rescue operations continue at landslide-affected Chooralmala in Wayanad.
The current death toll stands at 308, as per Kerala Health Minister Veena George pic.twitter.com/CY0iOuPHf4
— ANI (@ANI) August 2, 2024
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वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते गुरुवार को अपनी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था और कहा कि वह उन लोगों को देखकर ‘बेहद दुखी’ हैं जिन्होंने भीषण भूस्खलन में अपने परिजनों और घरों को खोया है। उन्होंने इसे “राष्ट्रीय आपदा” करार दिया तथा तत्काल समग्र कार्ययोजना की मांग की थी। राहुल गांधी और उनकी बहन एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र चूरलमाला का दौरा किया था। वे आज फिर यहां पहुंचेंगे।
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जानकारी दें कि वायनाड में बीते मंगलवार को भारी बारिश के बाद तीन भूस्खलन हुए। जिसके चलते जिले के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। वहीं, अपुष्ट खबरों में मृतकों की संख्या 289 होने की जानकारी आ रही है। यहां बचाव अभियान के लिए कम से कम 1,500 सेना कर्मियों को तैनात किया गया है। हमने फोरेंसिक सर्जनों को तैनात किया है। वहीं भारतीय सेना ने वायनाड में बेली ब्रिज का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)