राहुल गांधी (फोटो-सोशल मीडिया)
Rahul Gandhi On ECI: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजधानी दिल्ली में आयोजित कांग्रेस के कानूनी सम्मेलन में 2024 के लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। विज्ञान भवन में नेता प्रतिपक्ष ने हजारों कांग्रेस नेताओं एंव कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि उनके पास ऐसे डेटा व दस्तावेज हैं, जो साबित करते हैं कि लोकसभा चुनाव में धांधली हुई है। उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव गड़बड़ी वाला था और हमारे पास सबूत हैं। हम इसे साबित करेंगे।
गांधी ने एक लोकसभा सीट का उदाहरण देते हुए बताया कि हमने एक सीट की वोटर लिस्ट की गहन जांच की। उस संसदीय क्षेत्र में 6 लाख 50 हजार वोटर थे, इसमें 1 लाख 50 हजार वोटर फर्जी निकले। राहुल गांधी ने कहा कि यह कोई अपवाद नहीं है। यह सुनियोजित तरीके से किया एक फर्जीवाड़ा है।
राहुल गांधी ने 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि गड़बड़ियों के कारण ही भाजपा की सरकार बनी है, अगर भाजपा की 15 से 20 सीटें कम आतीं तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत का चुनाव आयोग मर चुका है। ये संस्था स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रही है। इतना ही नहीं गांधी ने आगे कहा कि हमें शक 2014 से ही था। गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान हमारा शक और ज्यादा मजबूत हो गया। राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट न मिलना हैरान करता है। हम लोगों ने जब भी बोला तो सबूत मांगे गए।
गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव टर्निंग प्वाइंट था। इसी चुनाव में वोटो की गड़बडियों के उन्हें ठोस सबूत मिले। उन्होंने कहा कि हमने लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की, लेकिन मात्र 4 महीने बाद विधानसभा चुनाव हम बुरी तरह से हार गए। जब हमने जांच कि तो पता चला लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच 1 करोड़ वोटर बढ़ गए। बढ़े हुए अधिकतर वोट भाजपा को गए। राहुल गांधी ने कहा कि अब हम इस मुद्दे को लेकर पूरे देश में जाएंगे और सच्चाई सब को बताएंगे। उन्होंने कहा कि हम इसे कानूनी और राजनीतिक स्तरों पर भी उठाएंगे।
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कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जो हुआ, उसने हम सभी को इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचने को मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं बिना किसी सबूत के कुछ भी नहीं कह सकता, लेकिन अब मुझे कोई संदेह नहीं है। मेरे पास सबूत हैं। हम पूरे देश को दिखाएंगे कि चुनाव आयोग ठीक से काम नहीं करता है। हमे सबूत एकत्रित करने में भले ही एक 6 माह लग गए, लेकिन हमने किया। आप को हैरानी होगी कि चुनाव आयोग द्वारा दिए गए दस्तावेजों को कॉपी या स्कैन नहीं कर सकते हैं। आयोग वोटर लिस्ट को स्कैन करने या उसे कॉपी करने से क्यों रोकता है।