विजय की रैली में भगदड़ , फोटो- सोशल मीडिया
Stampede in Karur: करुर में विजय की रैली में मची भगदड़ में अब तक 35 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। यह घटना पहले हुई ‘पुष्पा 2’ स्क्रीनिंग और RCB की जीत के दौरान हुई भगदड़ की तरह ही प्रशासन की लापरवाही का नतीजा मानी जा रही है। सवाल उठ रहा है कि आखिर कब लिया जाएगा इन हादसों से सबक?
तमिलनाडु के करुर में अभिनेता विजय की पार्टी ‘टीम विजय कझगम’ (TVK) की ओर से आयोजित रैली के दौरान शनिवार को भगदड़ मच गई। अब तक की जानकारी के अनुसार 35 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई घायल हैं। हादसे के वक्त विजय मंच पर भाषण दे रहे थे। जैसे-जैसे भीड़ बढ़ी, हालात बेकाबू हो गए। कई लोग बेहोश होकर गिर पड़े और बच्चों की हालत बिगड़ने लगी।
राज्य के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस हादसे को गंभीर बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मंत्रियों और प्रशासन को तत्काल राहत कार्य तेज करने को कहा है। रविवार को वे खुद करुर जाकर स्थिति का जायजा लेंगे।
इससे पहले अभिनेता अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग के दौरान भी भगदड़ की खबर सामने आई थी। इस घटना में एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि एक बच्चा बेहोश हो गया था। मृतक के परिजनों की शिकायत पर अल्लू अर्जुन समेत थिएटर प्रबंधन और सिक्योरिटी टीम पर केस दर्ज किया गया था। दिसंबर 2024 में अर्जुन को गिरफ्तार किया गया, हालांकि बाद में उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी।
बेंगलुरु में आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की 2024 की ऐतिहासिक जीत के बाद आयोजित विक्ट्री परेड के दौरान भी भीड़ बेकाबू हो गई थी। आयोजकों ने जहां 10,000 लोगों के आने की उम्मीद की थी, वहां 50,000 से ज्यादा लोग जमा हो गए। स्टेडियम और बाहर का इलाका पूरी तरह भर गया। अचानक भीड़ में हलचल हुई और भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई लोग घायल हो गए थे। RCB, इवेंट कंपनी DNA नेटवर्क्स और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
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तीनों हादसों में एक बात समान रही- भीड़ प्रबंधन की पूरी तरह से अनदेखी। करुर में 1.20 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में 10,000 लोगों की योजना थी, लेकिन 50,000 से ज्यादा लोग पहुंच गए। विजय को भाषण बीच में रोकना पड़ा, लोगों से शांति बनाए रखने और एम्बुलेंस के लिए रास्ता देने की अपील करनी पड़ी। डीएमके मंत्री सेंथिल बालाजी और जिला कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।