प्रशांत किशोर (फोटो-सोशल मीडिया)
पटनाः साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी पारा हाई है। राज्य में मुख्यतः तीन फ्रंट लड़ाई में हैं। इसमें नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला एनडीए और राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन है। इसके अलावा तीसरे फ्रंट के रूप में प्रशांत किशोर का जनसुराज उभरा है। राजनीतिक वादे, दावे और बयानबाजियों के बीच प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान कर दिया है। ऐसा ही एक वादा बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान करके किशोर चर्चा में आए थे।
दरअसल न्यूज 24 के इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा “लिखकर ले लो नवंबर के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। बिहार में एक नया मुख्यमंत्री होगा। दूसरी बात उन्होंने कहा कि जेडीयू को तीर सिंबल पर 25 सीटें नहीं आएंगी। अगर आईं तो राजनीति छोड़ दूंगा।”
इसके आगे प्रशांत किशोर ने कहा कि बंगाल में कहा था, फिर कह रहा हूं। अगर 25 सीटें जेडीयू की आईं तो राजनीति छोड़ दूंगा। उन्होंगे आगे कहा कि बिहार में बहुत बड़ा वर्ग बदलाव चाहता है। बदलाव चाहने वालों की संख्या 60 प्रतिशत से ज्यादा है। इसके साथ ही पीके ने कहा कि जनसुराज 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
बंगाल चुनाव सच हुआ था पीके का दावा
खास बात है कि ऐसा ही दावा प्रशांत किशोर ने बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान किया था। उस समय सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम न्यूज चैनलों में ऐसी चर्चा थी कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार आने वाली है। उस टीएमसी की चुनावी रणनीति की जिम्मेदारी प्रशांत किशोर के कंधों पर थी। तब उन्होंने दावा किया था कि बहुत तो दूर की बात है, अगर पश्चिम बंगाल में भाजपा दहाई का आंकड़ा पार कर गई तो मैं चुनावी रणनीति बनाने का काम छोड़ दूंगा। अतंतः जब रिजल्ट आया तो टीएमसी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया और भाजपा मात्र 77 सीटों पर सिमट गई थी।
प्रशांत किशोर की मेहनत पर फिर जाएगा पानी
हालांकि प्रशांत किशोर ने इस बार बड़ा दांव खेल दिया है। उन्होंने जेडीयू के राजनीति भविष्य पर भविष्यवाणी की है। इसको बड़ा दांव इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि प्रशांत किशोर ने चुनावी रणनीति बनाने का काम छोड़कर बिहार के विकास के लिए जनसुराज पार्टी बनाई है। इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत भी कर रहे हैं, अगर कहीं जेडीयू 25 से ज्यादा जीत गई तो पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा।