आज प्रधानमंत्री मोदी अंतरराष्ट्रीय अभिधम्म दिवस समारोह में भाग लेंगे
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय अभिधम्म दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे और इस दौरान वह पाली भाषा के महत्व पर अपने विचार भी आज साझा करेंगे। इस बाबत संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि, PM मोदी ‘बुद्ध धम्म’ की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने एवं उसे बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर बात करेंगे।
जानकारी दें कि, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते 3अक्टूबर को मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बांग्ला भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने की मंजूरी दी थी। इस बाबत संस्कृति मंत्रालय की ओर से ‘पीआईबी कल्चर’ ने ‘X’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी अंतरराष्ट्रीय अभिधम्म दिवस और पाली को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता देने के लिए नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में 17 अक्टूबर को आयोजित होने वाले एक समारोह में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वह उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे।”
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इस बाबत मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अभिधम्म दिवस, पाली भाषा के महत्व और बुद्ध धम्म की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने एवं बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर अपने विचार साझा करेंगे। वहीं मंत्रालय ने कहा कि हाल में पाली को चार अन्य भाषाओं के साथ शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता मिलने से इस वर्ष के अभिधम्म दिवस समारोह का महत्व और बढ़ गया है, क्योंकि अभिधम्म पर बुद्ध की शिक्षाएं मूल रूप से पाली भाषा में उपलब्ध हैं।
अंतरराष्ट्रीय अभिधम्म दिवस पर मंत्रालय के अनुसार, ‘‘अभिधम्म दिवस भगवान बुद्ध के तैंतीस दिव्य प्राणियों (तवतींसा-देवलोक) के दिव्य क्षेत्र से संकासिया में अवतरण की याद दिलाता है, जिसे आज उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में संकिसा बसंतपुर के रूप में जाना जाता है।” इस स्थान का महत्व यहां स्थित अशोक के काल के हाथी स्तंभ की उपस्थिति से रेखांकित होता है, जो इस ऐतिहासिक घटना का स्थायी प्रतीक है।
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संस्कृति मंत्रालय ने यह भी कहा कि, ‘‘पाली ग्रंथों के अनुसार, बुद्ध ने सबसे पहले तवतीम्सा स्वर्ग के देवताओं को अभिधम्म का उपदेश दिया, जिनकी अगुआ उनकी मां थीं। धरती पर वापस लौटने के बाद उन्होंने अपने शिष्य सारिपुत्त को यह संदेश दिया।” यह समारोह संस्कृति मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी मुख्य अतिथि होंगे। मंत्रालय ने कहा कि इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत विशेष संबोधन देंगे। वहीं, केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी विशेष रुप से मौजूद रहेंगे।
जानकारी दें कि अभिधम्म दिवस भगवान बुद्ध के अभिधम्म की शिक्षा देने के बाद स्वर्ग से अवतरण की याद में हर साल मनाया जाता है। वहीं हाल ही में पाली को चार अन्य भाषाओं के साथ शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दिए जाने से इस वर्ष के अभिधम्म दिवस समारोह का महत्व और भी बढ़ चुका है, क्योंकि भगवान बुद्ध की अभिधम्म पर शिक्षाएं मूल रूप से पाली भाषा में फिलहाल उपलब्ध हैं। (एजेंसी इनपुट के साथ)