शशि थरूर, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे
नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से ऑल पार्टी डेलिगेशन के लिए कांग्रेस नेताओं के नाम के सुझाव मांगे थे।
कांग्रेस ने चार नाम- आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नसीर हुसैन और राजा बरार के दिए थे। हालांकि, सूची में तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम न होने के बाद भी केंद्र सरकार ने उनको ‘टीम इंडिया’ में शामिल किया। पार्टी आलाकमान के फैसले पर कांग्रेस नेताओं ने ही हैरानी जताई है।
कांग्रेस नेता के सुधाकरन ने कहा कि इस सूची में शशि थरूर के नाम को शामिल न करने पर आलाकमान के फैसले पर हैरान हूं। उन्होंने इसको थरूर का ‘अपमान’ बताया है। सुधाकरन ने कहा कि शशि थरूर एक सक्षम नेता और पार्टी के वफादार सदस्य हैं। इसलिए उनको इस तरह अलग-थलग करना ठीक नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुधाकरन ने थरूर के पार्टी छोड़ने की अफवाहों को भी गलत बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने थरूर से बात की है और उन्हें विश्वास है कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे। वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि थरूर को बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए।
सुधाकरन ने कहा कि उन्होंने केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर राहत महसूस करने की बात कही और कहा कि वो पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे। वो चुनाव संबंधी कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करेंगे।
शशि थरूर ने केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा डेलीगेशन का नेतृत्व दिए जाने के बाद सरकार का आभार जताया है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जब भी राष्ट्रहित की बात होगी तो मैं पीछे नहीं रहूंगा। उन्होंने इसे गौरवपूर्ण भी बताया है। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद थरूर ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, ‘हाल के मामलों पर देश का पॉइंट ऑफ व्यू रखने के लिए भारत सरकार ने ऑल पार्टी डेलीगेशन में मुझे भी चुना है। मैं इसके लिए गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।’