तेजस्वी यादव, फोटो - सोशल मीडिया
बिहार: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्रेटरी का नाम भी NEET Paper Leak मामले से जोड़ा जा रहा था। जिसे लेकर आज खुद तेजस्वी यादव ने मीडिया के सामने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह आरोप केवल डिप्टी सीएम विजय सिन्हा द्वारा ही लगाया जा रहा है। अगर ऐसा है तो मैं कहूंगा की सरकार उन्हें गिरफ्तार कर ले मुझे इस बात से कोई आपत्ती नहीं होगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए सरकार मेरे पीए, पीएस या फिर किसी को भी बुला ले और अगर कुछ निकलता है तो गिरफ्तार कर लें। उन्होंने विजय सिन्हा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मरे पीए को लेकर EOU भी कोई शिकायत नहीं किया है लेकिन विजय सिन्हा बेमतलब इस बात को बार बार दोहरा रहें हैं। मै तो सीएम से कहूंगा कि आप मेरे पीए को बुलाकर पूछाताछ करा लें। इतना ही नहीं तेजस्वी ने कहा कि इस मामले में किंगपिन को बचाने के लिए मुद्दे को भटकाने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि इससे पहले RJD पार्टी द्वारा पेपर लीक का मास्टरमाइंड अमित आनंद और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की तस्वीर शेयर की गई थी। जिसमें चौधरी अमित आनंद को कोई पुरस्कार देते नजर आ रहे थें। इस फोटो को शेयर करते हुए आरजेडी द्वारा लिखा गया कि फोटो के वायरल होते हीं इसे सोशल मीडिया हैंडल से हटा दिया गया। चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे पास सबकुछ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह तस्वीर दूसरे डिप्टी सीएम तक पहुंचाया जाए। तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे ऊपर सवाल उठा कर मामले को डाइवर्ट करने की बजाए पेपर लीक का मास्टरमाइंड अमित आनंद के ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए।
बिहार के डिप्टी सीएम सिन्हा ने आरोप लगाया था कि पेपर लीक कराने वाले आरोपियों को तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्रेटरी प्रीतम कुमार ने सरकारी गेस्ट हाउस में कमरा दिलाया था। प्रीतम कुमार बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है। जिन्हें 2022 में तेजस्वी यादव का निजी सचिव बनाया गया था।