Manipur Violence
इंफाल: मणिपुर सरकार ने रविवार को राज्य के नौ जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर रोक को दो दिन के लिए बढ़ाकर तीन दिसंबर तक कर दिया। गृह विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, काकचिंग, बिष्णुपुर, थौबल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, फेरजावल और जिरीबाम में इंटरनेट पर रोक को बढ़ा दिया गया है।
मणिपुर और असम में क्रमश: जिरी और बराक नदियों में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव बरामद होने के बाद राज्य में हिंसा भड़कने के चलते 16 नवंबर से इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।
मणिपुर के जिरीबाम में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के साथ मुठभेड़ में मारे गए 10 लोगों समेत कुकी-जो समुदाय के 12 मृतकों का अंतिम संस्कार पांच दिसंबर को चुराचांदपुर जिले में किया जाएगा। समुदाय के एक प्रमुख संगठन ने इस बात की जानकारी दी। ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (ITLF) ने शनिवार को आपात बैठक की जिसके बाद यह घोषणा की गई। इससे पहले, आईटीएलएफ ने निर्णय लिया था कि कुकी-जो युवकों का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जाएगा जब तक कि उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट उनके परिवारों को नहीं सौंप दी जाती। आईटीएलएफ ने एक सार्वजनिक नोटिस में कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट की फोरेंसिक और कानूनी विशेषज्ञों द्वारा एक साथ जांच की गई। विशेषज्ञों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट संतोषजनक है।
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हालांकि, संगठन ने कहा कि वह मृतक लोगों से संबंधित कानूनी मामलों को आगे बढ़ाता रहेगा। इसने कहा कि हमारे 12 शहीदों को पांच दिसंबर 2024 को अत्यंत सम्मान और आदर के साथ दफन किया जाएगा। शोकसभा तुइबुओंग के पीस ग्राउंड में होगी। आईटीएलएफ ने यह भी निर्णय लिया कि दफन के दिन एक विशाल मौन रैली का आयोजन किया जाएगा। आईटीएलएफ सचिव मुआन तोम्बिंग ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि 12 मृतकों में से 10 सीआरपीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए। अन्य दो कुकी युवकों को मेइती उग्रवादियों ने उस समय मार डाला, जब वे अपने परिवारों से मिलने गए थे।