सांकेतिक तस्वीर
Indus Water Treaty News: भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद से बातचीत बंद है। इसके बाद भी भारत ने बड़ा दिल दिखाते हुए जम्मू-कश्मीर में तवी नदी में बाढ़ जैसे हालात देखकर इसकी जानकारी पाकिस्तान को दी है। ताकि वहां कि सरकार इससे निपटने के लिए इंतजाम कर सके। भारत ने यह कदम मानवता के आधार पर उठाया। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को दी।
इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास ने रविवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को बाढ़ से संबंधित जानकारी प्रदान की। यह पहली बार है जब इस तरह की जानकारी सीधे दूतावास के जरिए साझा की गई है। आमतौर पर, सिंधु जल संधि के तहत बाढ़ से जुड़ी चेतावनियां भारत और पाकिस्तान के जल आयुक्तों के बीच आदान-प्रदान की जाती थीं। हालांकि, इस साल मई में भारतीय सेना की ओर से चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से दोनों देशों के बीच बातचीत लगभग ठप पड़ी हुई है।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारत ने सिंधु जल संधि के तहत संभावित बाढ़ को लेकर पाकिस्तान को सूचना दी है। जियो न्यूज और द न्यूज इंटरनेशनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत ने 24 अगस्त की सुबह जम्मू की तवी नदी में बाढ़ की आशंका के बारे में इस्लामाबाद को सतर्क किया।
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्त कदम उठाते हुए 1960 में पाकिस्तान के साथ हुई सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया था। इस संधि के तहत भारत को सिंधु जल प्रणाली की तीन पूर्वी नदियों के जल का उपयोग करने का अधिकार था, जबकि तीन पश्चिमी नदियों का पानी पाकिस्तान को मिलना था।
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पाकिस्तान में मानसून की बारिश का कहर जारी है। शनिवार तक 788 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 1,018 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा देश के कई बड़े शहरों में आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने हाल ही में जानकारी दी कि 30 अगस्त तक पाकिस्तान के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।