बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा सियासी दांव खेला है। जिसमें वोटों के अधिकारों के लिए वह वोट अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। यह यात्रा 17 अगस्त से बिहार के सासाराम से होगी और 16 दिनों तक 1300 किमी की यात्रा तय करेगी। इस यात्रा में विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक भी कांग्रेस का साथ देगा। यात्रा शुरू होने से पहले विपक्षी गठबंधन ने सासाराम में एक सभा को संबोधित भी किया।
वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि वह बिहार का चुनाव चोरी नहीं करने देंगे। रैली में राजद सुप्रीमो लालू यादव, तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित बिहार में विपक्षी गठबंधन में शामिल अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी संबोधन किया।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन मतदाताओं को एकजुट करने और चुनावी मैदान में पूरी मजबूती से उतरने की तैयारी इस यात्रा के दौरान देखी जा सकती है। एक मंच पर इतनी बड़ी संख्या में विपक्षी दलों का होना इस बात का संकेत माना जा सकता है।
बिहार चुनाव से पहले आयोग द्वारा कराए जा रहे वोटर लिस्ट इंटेसिव रिवीजन में कथित विसंगतियों का मुद्दा उठाकर महागठबंधन के नेता जनता के बीच जाएंगे और उन्हें जागरूक करेंगे। सासाराम में सुअरा हवाई अड्डा मैदान में शुरू हुई इस यात्रा में भारी भीड़ जुटी।
कांग्रेस नेता राहुल कांग्रेस ने सासाराम मंच से संबोधित करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया कि पार्टी ने देश में चुनावों की चोरी कराई है। वोट चोरी करके बीजेपी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव जीत रही है। उन्होंने कहा कि एसआईआर के जरिए बिहार में भी चुनाव चोरी करने का प्रयास हो रहा है जो वह नहीं करने देंगे।
बिहार में एसआईआर को लेकर 16 दिनों तक वोटर अधिकार यात्रा की जाएगी जो बिहार के सासाराम से सुअरा हवाई अड्डे पर सभा से शुरू हो गई है। इसके बाद यह यात्रा औरंगाबाद पहुंचेगी। यात्रा 17 अगस्त को सासाराम, रोहतास में होगी। इसकी समाप्ति 1 सितंबर को पटने में विशाल रैली के साथ होगी।
बिहार के 20 से ज्यादा जिलों से होकर वोटर अधिकार यात्रा गुजरेगी। जिसमें औरंगाबाद, गया, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौला, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, छपरा और आरा जैसे जिले शामिल हैं। इस यात्रा के दौरान तमाम नेता पदयात्रा और रोड ट्रैवल के जरिए वोटरों तक पहुंचेगे।