जयराम रमेश और पवन खेड़ा (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को एक हाईलेवल मीटिंग की। इस बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सचिन पायलट, शशि थरूर समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। कांग्रेस की इस हाईलेवल बैठक में सीजफायर और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा हुई। बैठक के बाद राज्यसभा सांसद जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान दोनों नेताओं ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के सार की बात करें तो इसमें सबसे ज्यादा सीजफायर को लेकर सबसे ज्यादा सवाल दागे गए। काग्रेंस नेताओं का कहना है कि सीजफायर का ऐलान अमेरिकी राष्ट्रपित ट्रंप ने कैसे सबसे पहले की। सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाए और सवालों का जावब दे।
सीजफायर की घोषणा ट्रंप ने पहले क्यों की?
जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार सवाल कर रही है कि सीजफायर की पहली घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने क्यों की? लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बारे में कुछ नहीं बोलते हैं। वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री कहते हैं कि अमेरिका की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी। अमेरिका की वजह से ही भारत-पाकिस्तान का युद्ध विराम हुआ है, लेकिन हमारे विदेश मंत्री एस. जयशंकर कोई जवाब नहीं देते हैं। हम लगातार ये सवाल उठा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश, विपक्ष और संसद को विश्वास में लेकर ये क्यों नहीं बताते कि सीजफायर में अमेरिका की क्या भूमिका है? इन सारे सवालों पर प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री आखिर चुप क्यों हैं?
देश और विपक्ष सेना के साथ खड़ा, लेकिन बैठ गई सरकार
पवन खेड़ा ने कहा कि पिछले 15 दिन में तीसरी बार कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक हुई है। जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमारी पिछली बैठकें हुईं तो कांग्रेस ने अपना पूरा समर्थन सरकार को दिया था। देश की जनता सरकार के साथ खड़ी थी, विपक्ष सरकार के साथ खड़ा था, लेकिन ऐसा क्या हुआ कि इतना होने के बाद भी सरकार बैठ गई? इसलिए हम लगातार पूछ रहे हैं कि सरकार किस दबाव में बैठी? आखिर क्यों अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सबसे पहले सीजफायर की घोषणा की गई? जहां देश की सुरक्षा और संप्रभुता का सवाल था, वहां सौदा और व्यापार जैसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों किया गया?
खड़गे और राहुल गांधी लिख चुके हैं पीएम को पत्र
बता दें कि इससे पहले काग्रेंस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर चुके हैं। अब कांग्रेस पार्टी ने हाईलेवल मीटिंग कर दोबारा से संसद का सत्र बुलाने की मांग की है।