चंद्रबाबू नायडू (सोर्स - सोशल मीडिया)
विशाखापट्टनम : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले ने पूरे देश को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। इस हमले में कुल 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो आंध्र प्रदेश के निवासी शामिल हैं।
एक रिटायर्ड बैंक कर्मचारी जेएस चंद्रमौली और दूसरा आईटी प्रोफेशनल मधुसूदन थे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
बुधवार देर रात मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू विशाखापट्टनम पहुंचे, जहां उन्होंने एयरपोर्ट पर जेएस चंद्रमौली के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री के राम मोहन नायडू, राज्य की गृह मंत्री वांगलापुडी अनिता और विशाखापट्टनम के सांसद एमवीवी श्रीभारत भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री कुछ दूरी तक अंतिम यात्रा वाहन के साथ पैदल चले और शोकसंतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायडू ने इस आतंकी हमले को पूर्व-नियोजित और संगठित आतंकी कार्रवाई करार दिया। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल व्यक्तियों पर नहीं, बल्कि भारत की एकता और शांति पर सीधा हमला है। नायडू ने कहा, “ऐसे कायराना हमलों से देश की प्रगति को नहीं रोका जा सकता। पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब देगा।”
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चंद्रबाबू नायडू ने नागरिकों से सतर्क रहने और बुद्धिमान नागरिक बनकर किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत प्रशासन को देने की अपील की। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश का समुद्री किनारा काफी लंबा है, इसलिए राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है और केंद्र सरकार के सहयोग से विशेष निगरानी बढ़ाई जाएगी।