Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Sonam Wangchuck |
  • Dussehra 2025 |
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

‘भारत कोकिला’ सरोजिनी नायडू की जयंती: स्वतंत्रता आंदोलन में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका; पहली महिला राज्यपाल बनी

  • By किर्तेश ढोबले
Updated On: Feb 13, 2022 | 06:59 AM

Photo: Google

Follow Us
Close
Follow Us:

नई दिल्ली: स्वतंत्रता सेनानी और भारत की कोकिला सरोजिनी नायडू के जयंती (Birth Anniversary of Sarojini Naidu) के मौके पर हर साल 13 फरवरी को महिला दिवस मनाया जाता है। महान स्वतंत्रता सेनानी सरोजिनी नायडू ने भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में हुआ था। उन्होंने 12 साल की उम्र से ही कविताएं लिखने की शुरुआत की थी। 

नायडू ने महज 12  की उम्र में ही मैट्रिक परीक्षा पास कर दी थी। वह 16 साल की उम्र में ही हायर एजुकेशन के लिए इंग्लैंड चली गईं। वहां, उन्होंने किंग्स कॉलेज, लंदन और गिरटन कॉलेज में पढ़ाई की। उनकी शादी डॉ. गोविंद राजालु नायडू के साथ 19 साल की उम्र में हुई। उन्होंने  अंग्रेजी की पढ़ाई घर पर ही की। सरोजिनी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सकी, लेकिन वह अंग्रेजी में एक प्रतिभावान रही थी। 

वो भाषण जिसने सरोजिनी को प्रभावित किया 

नायडू के राजनीती में कदम रखने के लिए गोपाल कृष्ण गोखले का 1906 में कलकत्ता में हुए भाषण ने काफी प्रभावित किया था। उन्होंने भारत में हो रहे महिलाओं के खिलाफ अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई थी। साथ ही उन्होंने ने भारत के स्वतंत्रता के लिए हुए आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  सरोजिनी नायडू पहली बार 1914 में महात्मा गांधी से मिली और उनके कार्य से प्रभावित हो गई। तभी से वह देश के आजादी के लिए मर मिटने को तैयार हो गईं। उन्हें 1925 में कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। 

केसर-ए-हिंद

सरोजिनी को ब्रिटिश सरकार द्वारा 1928 में उन्हें ‘केसर-ए-हिंद’ से सम्मानित किया गया। यह मेडल उन्हें भारत में प्लेग की महामारी के दौरान उनके काम के लिए दिया गया था। लेकिन, जलियांवाला बाग हत्याकांड क्षुब्ध होकर उन्होंने ने सन्मान लौटा दिया था। भारत की कोकिला सरोजिनी ने महिलाओं के अधिकारों के लिए भी खूब संघर्ष किया। वे भारत की पहली महिला राज्यपाल बनी थीं।

 हार्ट अटैक से निधन 

 सरोजिनी को 2 मार्च 1949 को लखनऊ में हार्ट अटैक आया और उनका निधन हो गया। भारत की कोकिला सरोजिनी नायडू की 135 वीं जयंती के दिन से यानी 13 फरवरी 2014 से भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत की गई। 

Bharat kokila sarojini naidus birth anniversary important role in freedom movement became the first woman governor

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Feb 13, 2022 | 06:59 AM

Topics:  

  • Sarojini Naidu

सम्बंधित ख़बरें

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.