असम सरकार ने अब तक 81 राष्ट्र विरोधियों को पकड़ा
दिसपुर: जम्मू कश्मीर में पहलगाम हमले के बाद से सभी राज्य अलर्ट मोड पर हैं। सभी राज्यों में अवैध रूप से रह रहे गैरभारतीयों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। ऐसे में असम सरकार की ओर से भी अब तक 81 ‘राष्ट्रविरोधी’ गिरफ्तार किए गए हैं। हिमंश बिस्वा सरमा सरकार की ओर से बाकायदा अभियान चलाकर गैर भारतीयोें को विशेष रूप से अवैध बांग्लादेशियों की तलाश की जा रही है। मामले में गिरफ्तार लोगों का परिवार परेशान है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को बताया ‘‘राष्ट्र-विरोधी” होने के आरोप में हाल ही में असम में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिससे अप्रैल में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद से ऐसे मामलों में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 81 हो गई है।
सीएम शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि दो और लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां सोनितपुर और कामरूप जिलों से हुई हैं। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति रखने वाले 81 राष्ट्रविरोधी अब सलाखों के पीछे हैं। हमारी विभिन्न एजेंसी सोशल मीडिया पर राष्ट्रविरोधी पोस्ट पर लगातार नजर रख रही हैं और कार्रवाई कर रही हैं।
असम में विपक्षी दल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायक अमीनुल इस्लाम को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन पर पाकिस्तान और पहलगाम हमले में उसकी भूमिका का बचाव करने का आरोप है। इस्लाम को इस मामले में जमानत मिलने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत फिर से हिरासत में ले लिया गया।
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असम के बारपेटा में 58 वर्षीय महिला को नागरिकता संबंधी दस्तावेजों के साथ पुलिस के सामने पेश होने का समन उनकी चार बेटियों के लिए दुःस्वप्न बन गया है। लड़कियों का दावा है कि उन्हें उनकी मां के बारे में कोई जानकारी नहीं है और यह भी हो सकता है कि उन्हें बांग्लादेश भेज दिया गया हो।
मुख्यमंत्री शर्मा ने दो मई को चेतावनी दी थी कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दक्षिण कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे।