मंदिर में खड़े युवक-युवती [स्रोत: सोशल मीडिया]
समस्तीपुर: प्रेम प्रसंग और शादी के इस रोचक मामले में कई तरह की बातें सामने आ रही है। बताया तो यह भी जा रहा है, कि युवक की शादी जबरिया करवाई गई है। लेकिन लड़की का कहना है, कि वह दोनों एक-दूसरे के साथ रिलेशनशिप में है और शादी करने वाले थे। लेकिन जब लड़के की रेलवे में नौकरी लग गई तो वह दहेज़ में 10 लाख रूपए मांगने लगा।
विद्यापति धाम मंदिर में लगभग पांच घंटे तक ड्रामा चलता रहा, जिसके बाद दोनों ने शादी रचा ली। रेलकर्मी ने भी चुपचाप शादी कर ली, हालांकि वो इसे दबाव में किया गया विवाह भी बता रहा था। लेकिन मामले की सच्चाई तो लड़का-लड़की ही जानते है। दरअसल, यह मामला ताजपुर प्रखंड के चकसिकंदर गांव का है। यहां रहने वाले प्रमोद कुमार साहनी और दरवा (अकौना) गांव की रोशनी कुमारी के बीच करीब दो साल पहले से प्रेम-प्रसंग चल रहा था।
बताया जा रहा है, कि प्रमोद और रौशनी दोनों एक दूसरे को इतना चाहते थे, कि वह लिव-इन रिलेशनशिप में भी रहे। इस दौरान प्रमोद ने रोशनी से जल्द ही शादी करने का वादा किया था, भाग्य से इसके कुछ समय बाद प्रमोद को रेलवे में वर्ग-4 की नौकरी मिल गई। फिर रौशनी को लगा कि अब दोनों अच्छे से शादी करेंगे और साथ रहेंगे।
लेकिन रौशनी का कहना है, कि नौकरी लगते ही प्रमोद के सुर बदल गए और उसने शादी करने की शर्त रख दी। वह दहेज़ में 10 लाख रूपए और सामान मांगने लगा फिर बाद में उसने शादी की बात पर आनाकानी करना शुरू कर दिया। फिर रौशनी को लगा की उसके साथ प्यार में धोखा हो गया है।
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इसके बाद रौशनी ने प्रमोद को मिलने के बहाने मंदिर बुलाया, प्रमोद मंदिर पहुंच गया। जहां रौशनी ने पहले तो उसे खूब खरी-खोटी सुनाई और बाद में प्रमोद पर शादी करने का दबाव बनाया। पांच घंटे तक यह ड्रामा चलता रहा, जिसके बाद अंततः दोनों ने मंदिर में शादी रचा ली। दोनों के इस विवाद के बीच मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी जमा हो गए।