हिमाचल प्रदेश में यलो अलर्ट जारी
Himachal Pradesh Yellow Alert: हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश लगातार अपना कहर बरपाए जा रही है। अबतक इस बारिश की वजह से प्रदेश में 219 लोगों की मौत हो चुकी है, 315 लोग घायल हो चुके हैं और 37 लोग लापता हैं। यह पूरा आंकड़ा 20 जून से 9 अगस्त तक का है। साथ ही शिमला मौसम केंद्र ने 10 अगस्त को पूरे प्रदेश में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी कर दिया है।
भारी बारिश ने प्रदेश को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर रखा है। प्रदेश में मौसम संबंधी घटनाएं जगह-जगह पर लगातार जारी हैं। कुल्लू-मंडी के बीच भू-रस्खलन की वजह से चंडीगढ़-शिमला हाईवे बंद कर दिया गया है।
लगातार हो रही बारिश की वजह से पूरे प्रदेश की 362 सड़कों को बंद किया गया है। इस पूरे मामले के बारे में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि शनिवार को मंडी में 220 और निकटवर्ती कुल्लू जिले में 91 सड़कें बंद कर दी गई हैं।
प्रदेश में कुल्लू-मंडी के बीच लगातार हो रही भू-रस्खलन की वजह से चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद है। यही कारण है कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। कुल्लू से मंडी की ओर जाने वाले वाहन बजौरा से लेकर पनारसा, नगवाई, टकोली और औट तक जगह -जगह पर खड़े देखे जा सकते हैं।
इन रास्तों पर केवल यात्रा करने वाले यात्री ही नहीं बल्कि फल-सब्जी ढ़ोने वाले यात्रियों की आवाजाही भी लगातार बनी रहती थी, जो तेज मानसून बारिश की वजह से पूरी तरह से ध्वस्त पड़ा है। सब्जी वाले मंडी तक अपना सामान पहुंचाने में पूरी तरह से असमर्थ हैं।
मूसलधार मानसूनी बारिश का प्रभाव पूरे प्रदेश में पड़ रहा है। हिमाचल में कुल 613 बिजली ट्रांसफर बंद रहे साथ ही 520 जल आपूर्ति योजना भी रोक कर रखी गईं। मंडी जिला जोकि पूरी तरह से आपदा प्रभावित है वहां पर अभी 220 सड़कों के साथ 202 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं।
यहां की 78 जल परियोजनाएं भी लगातार हो रही बारिश व भू-रस्खलन की वजह से बाधित हैं। वहीं कुल्लू जिले की अगर बात की जाए तो वहां 393 बिजली ट्रांसफार्मर व 367 जल आपूर्ति योजनाएं बंद हैं।