Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • यूटिलिटी न्यूज़
  • फैक्ट चेक
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो

  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • होम
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

Russian Cancer Vaccine: ट्यूमर को बढ़ने से रोक देगी रूस की कैंसर वैक्सीन? इम्यूनोथेरेपी के जरिए करता है यह काम

Russian Cancer Vaccine: डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर की रोकथाम के लिए 'वैक्सीन' शब्द का प्रयोग करना भ्रामक है, क्योंकि संक्रमित रोगों की तरह कैंसर आमतौर से किसी एक कीटाणु से नहीं फैलता है।

  • By विकास कुमार उपाध्याय
Updated On: Feb 23, 2025 | 10:30 AM

प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो - सोशल मीडिया

Follow Us
Close
Follow Us:

नवभारत डेस्क : कैंसर का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं। हलांकि, कई ऐसे केसेज सामने आए हैं, जिसमें कई लोगों ने कैंसर को मात दे दिया है। वहीं कई ऐसे केसेज भी सामने हैं, जिसमें कैंसर के कारण लोगों की जान चली गई है। ऐसे में कैंसर के वैक्सीन को लेकर लगातार काम जारी है। रूस की कैंसर वैक्सीन बढ़ते ट्यूमर को रोकने में कारगर साबित हो रही है क्या?

आज के इस आ्रटिकल में यहीं जानेंगे कि यह वैक्सीन किस तरह से काम करती है? दरअसल, एमआरएनए कैंसर वैक्सीन इम्यूनोथेरेपी का एक रूप है। कैंसर सेल्स अक्सर ऐसा तरीका डेवलपर कर लेता है कि वह पहचान में आने से बच जाता है। इसके कारण इम्यून सिस्टम (शरीर की प्रतिरोधात्मक क्षमता) उन्हें नष्ट नहीं कर पाता।

इस बचाव के तरीके को अब समझ लिया गया है और इम्यूनोथेरेपी का विचार यह है कि शरीर की प्रतिरोधात्मक क्षमता को इस प्रकार मजबूत कर दिया जाए कि वह कैंसर कोशिकाओं को तलाश करके उन्हें नष्ट कर दे तथा उनको फैलने से रोके। इस उपचार का लाभ यह है कि कीमोथेरेपी के विपरीत केवल कैंसर कोशिकाओं को ही नष्ट किया जाता है, जिसके कारण इसके साइड-इफेक्ट्स कम हो जाते हैं।

स्वस्थ व्यक्तियों के लिए नहीं है

वैक्सीन के अतिरिक्त भी इम्यूनोथेरेपी के अन्य अनेक तरीके हैं, जैसे कार टी सेल थेरेपी, इम्यून चेकपॉइंट इन्हिबिटर्स आदि। अन्य वैक्सीनों की तरह एमआरएनए कैंसर वैक्सीन रोग को रोकने के लिए स्वस्थ व्यक्तियों के लिए नहीं हैं कि टीकाकरण करा लिया और रोग होगा ही नहीं। इन्हें उन रोगियों पर इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें पहले से ही कैंसर है ताकि ट्यूमर या गांठ को निशाना बनाकर उसका उपचार किया जा सके।

यह उपचार विधि इस तरह से तैयार की गई है कि हर रोगी के ट्युमर में जो विशिष्ट एंटीजन होते हैं, उन्हें निशाना बनाया जाए, जिससे यह वैक्सीन व्यक्तिगत हो जाती है और अधिक प्रभावी भी। कोविड-19 एमआरएनए वैक्सीन के विपरीत, जो केवल एक एंटीजन को निशाना बनाती है। कैंसर एमआरएनए वैक्सीन को इस तरह से भी डिजाइन किया जा सकता है कि अनेक प्रकार के एंटीजन को निशाना बनाया जा सके।

अलग-अलग देशों में चल रहे 120 से अधिक क्लिनिकल ट्रायल्स

कैंसर की वैक्सीन का शोध केवल रूस में ही नहीं हुआ है। पिछले साल इंग्लैंड की नेशनल हेल्थ सर्विस ने कैंसर वैक्सीन लॉन्च पैड स्थापित किया, जो एक ट्रायल कार्यक्रम है ताकि एमआरएनए व्यक्तिगत कैंसर वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल्स में उन लोगों के लिए तेजी लायी जा सके, जिनके संबंध में कैंसर होने की पुष्टि हो चुकी है और साथ ही कैंसर का उपचार करने के लिए कैंसर वैक्सीन के विकास को गति प्रदान की जा सके।

देश की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें… 

अमेरिका में ग्लोबल बायोफार्मास्युटिकल कंपनी क्योरवैक ने पिछले साल सितंबर में घोषणा की कि सीवीजीबीएम कैंसर वैक्सीन ने ग्लिओबलस्टोमा (ब्रेन कैंसर) रोगियों पर पहले चरण के अध्ययन में उत्सावर्धक प्रतिरोधात्मक (इम्यून) प्रतिक्रियाएं प्रदर्शित की हैं। वर्तमान में कैंसर वैक्सीन को लेकर संसार के विभिन्न हिस्सों में 120 से अधिक क्लिनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं। इन सबका अर्थ क्या है? डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर की रोकथाम के लिए ‘वैक्सीन’ शब्द का प्रयोग करना भ्रामक है, क्योंकि संक्रमित रोगों की तरह कैंसर आमतौर से किसी एक कीटाणु से नहीं फैलता है।

डिस्क्लेमर – यह आर्टिकल नवभारतलाइवडॉटइन के पाठकों को सूचित करने के लिए संपादित की गई है।

Russias cancer vaccine stop tumors from growing works through immunotherapy

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Feb 23, 2025 | 10:30 AM

Topics:  

  • Cancer
  • Health News

सम्बंधित ख़बरें

1

सर्दियों में कम पानी पी रहे हैं तो हो जाएं सावधान! जानिए कैसे प्रभावित होती है सेहत

2

ये संकेत बताते हैं शरीर में पोषण की कमी, नजरअंदाज करना बढ़ा सकता है मुश्किलें

3

सर्दी के दिनों में घर पर बनाएं इस रेसिपी से शकरकंद का स्वादिष्ट हलवा, मिलेंगे ढेरों फायदे

4

सिर्फ फेफड़ों की समस्या नहीं कई मौतों का कारण बनता है वायु प्रदूषण, जानिए जहरीली हवा से बचने के उपाय

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy Terms & Conditions Author
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.