किसान आंदोलन (फोटो- सोशल मीडिया)
चंडीगढ़: दिल्ली कूच और एमएसपी गारंटी कानून सहित विभिन्न मांगों को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर आंदोलनरत किसानों को प्रशासन हटाने की तैयारी कर रहा है। ऐसा दावा आंदोलनरत किसान संगठनों के नेताओं द्वारा किया जा रहा है। चंडीगढ़ में किसानों एंव केंद्र सरकार के बीच बैठक हुई। इस बैठक में सरकार की तरफ से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शामिल हुए।
वहीं किसानों की तरफ से बैठक में शामिल होने आए किसान नेता सरवन सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल, अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटरा और मंजीत सिंह राय बैठक में शामिल हुए। हालांकि इस बैठक में कोई फैसला नहीं हो पाया, लेकिन बैठक खत्म होने के बाद किसान नेता धरनास्थल की तरफ जा रहे थे, तभी सभी किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
‘आंदोलन खत्म करवाने की तैयारी’
किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगत ने यह भी दावा किया कि पंजाब पुलिस पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो आंदोलन वाली जगहों (शंभू और खनौरी) से प्रदर्शनकारियों को हटा सकती है। इससे पहले दिन में, किसानों की विभिन्न मांगों पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच एक नए दौर की बैठक से कोई भी नतीजा नहीं निकला।
इंटरनेट बंद, माहौल तनावपूर्ण
जानकारी के मुताबिक मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर (एयरपोर्ट रोड) पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई, जहां बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं। पुलिस ने ऐहतियातन कदम उठाते हुए प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, जिससे माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। शंभू और खनौरी में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
चंडीगढ़ में किसानों एवं केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के बीच चल मीटिंग खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्रियों ने किसान हित को सर्वोपरि बताया है। शिवराज सिंह चौहान ने बैठक को सकारात्मक बताते हुए कहा कि बैठक जारी रहेगी। अगली मीटिंग 4 मई को होगी।
धरनास्थाल पर भारी पुलिस बल तैनात
किसान नेता मंगत ने कहा कि पंधेर और डल्लेवाल के अलावा अभिमन्यु कोहर, काका सिंह कोटरा और मंजीत सिंह राय को हिरासत में लिया गया है। ऐसी खबरें हैं कि शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। विभिन्न जिलों से पुलिसकर्मियों को शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर तैनात किया गया है, जहां पिछले साल फरवरी से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा अपने विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं। किसानों ने कहा कि प्रदर्शन स्थलों के पास एम्बुलेंस, बसें और अग्निशमन वाहन तैनात किए गए हैं।