विक्रांत मैसी ने बेटे के बर्थ सर्टिफिकेट में धर्म का कॉलम छोड़ा खाली
मुंबई: बॉलीवुड एक्टर विक्रांत मैसी अपनी दमदार एक्टिंग के लिए पहचाने जाते हैं, लेकिन इसके साथ ही वे अपने विचारों और सिद्धांतों को लेकर भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में एक पॉडकास्ट में विक्रांत ने बेटे वर्धान मैसी के धर्म को लेकर जो बात कही, उसने एक बार फिर दर्शाया कि विक्रांत मैस निजी जीवन में भी कितने सजग और संवेदनशील हैं।
रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान विक्रांत से जब उनके बेटे के धर्म को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बिना झिझक कहा कि मैं नहीं चाहता कि मेरा बेटा धर्म के आधार पर अपनी सोच बनाए। इसलिए मैंने वर्धान के बर्थ सर्टिफिकेट में ‘धर्म’ वाले कॉलम को खाली छोड़ दिया है। वहां मैंने डैश लगाया है। विक्रांत ने कहा कि वह बेटे की परवरिश इस तरह करना चाहते हैं, जिससे वह एक समावेशी सोच वाला इंसान बने, जो धर्म और जाति के आधार पर भेदभाव न करे।
विक्रांत ने आगे कहा कि धर्म इंसान की व्यक्तिगत पसंद होनी चाहिए, न कि पारिवारिक थोप। गौरतलब है कि विक्रांत का खुद का परिवार भी धार्मिक विविधता का उदाहरण है। उनके पिता ईसाई हैं, मां सिख, छोटा भाई इस्लाम धर्म अपना चुका है, और पत्नी शीतल ठाकुर हिंदू हैं। ऐसे में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनका परिवार पहले से ही धर्मनिरपेक्षता की मिसाल है।
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विक्रांत का यह कदम भारतीय समाज में एक नई सोच की तरफ इशारा करता है, जहां बच्चा अपने विचारों और अनुभवों के आधार पर अपनी धार्मिक पहचान तय कर सके। उनके इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी सराहना हो रही है। वहीं अगर बात करें विक्रांत के वर्कफ्रंट की, तो वह जल्द ही फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ में नजर आने वाले हैं। यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होगी, जिसमें उनके साथ सनाया कपूर भी नजर आएंगी।