तिग्मांशु धूलिया ने फिल्म इंडस्ट्री को बताया असुरक्षित जगह
मुंबई: ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’, ‘पान सिंह तोमर’, ‘बुलेट राजा’ जैसी फिल्मों के लिए मशहूर निर्देशक, पटकथा लेखक और अभिनेता तिग्मांशु धूलिया ने फ़िल्म इंडस्ट्री के बारे में अपना नजरिया शेयर किया। साथ ही उन्होंने बताया कि बॉलीवुड में अच्छे दोस्तों का होना क्यों जरूरी है। एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि फ़िल्म इंडस्ट्री असुरक्षित जगह है।
उन्होंने बताया कि आपको यहां बहुत सारे अच्छे दोस्तों की जरूरत है। क्योंकि आप यहां खुलकर बात नहीं कर सकते। हर आदमी कमज़ोर महसूस करता है यहां कभी न कभी। अगर वह अपनी कमज़ोरी किसी परिचित से जाहिर करता है, तो वे आपकी कमज़ोरी का फायदा उठाएंगे। लेकिन आप किससे बात करें? लेकिन आप किससे बात करें? बहुत सी बातें आपकी पत्नी नहीं समझ सकतीं। उन्होंने इंडस्ट्री में अच्छे दोस्तों के होने के महत्व और इसकी ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह क्यों ज़रूरी है।
उन्होंने आगे बताया कि दो दोस्त होते हैं, मेरे साथ प्रॉब्लम हो गई है ये। मुझे कौन सी फ़िल्म करनी चाहिए? स्क्रिप्ट ठीक है या नहीं? मैं ज़िंदगी के बुरे दौर से गुज़र रहा हूँ। फ़िल्म नहीं चल रही है। मुझे एक्टर नहीं मिल रहे हैं। आपको किसी से बात करनी होगी। जब हम फ़िल्म की स्क्रिप्ट लिखते हैं, तो हम हीरो के दोस्त को दिखाते हैं। उससे कौन बात करेगा? असल ज़िंदगी में भी आपको एक दोस्त की जरूरत होती है। अभी मेरा कोई दोस्त नहीं है। मैं किसी से खुलकर बात नहीं कर सकता। यह एक समस्या है।
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काम के मोर्चे पर, तिग्मांशु धूलिया ने बायोग्राफ़िकल फ़िल्म ‘पान सिंह तोमर’ से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है, जिसका प्रीमियर 2010 के बीएफ़आई लंदन फ़िल्म फ़ेस्टिवल में हुआ था और थ्रिलर ड्रामा ‘साहेब, बीवी और गैंगस्टर’ से। पान सिंह तोमर’ ने अंततः 2012 में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। वह अनुराग कश्यप की कल्ट फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में रामाधीर सिंह की भूमिका के लिए भी प्रसिद्ध हैं।