तनुजा (फोटो- सोशल मीडिया)
Tanuja Birthday Special Story: बॉलीवुड की सदाबहार अदाकारा तनुजा मुखर्जी अपने बेबाक स्वभाव और बिंदास अंदाज के लिए हमेशा जानी जाती रही हैं। तनुजा मुखर्जी का जन्म 23 सितंबर 1943 को हुआ था। तनुजा आज अपना 82वां जन्मदिन मना रही हैं। तनुजा न सिर्फ अपनी खूबसूरत मुस्कान और अभिनय के लिए मशहूर हैं, बल्कि उनके स्पष्टवादी व्यक्तित्व ने भी उन्हें सबसे अलग बनाया। हिंदी सिनेमा के स्वर्णिम दौर में उन्होंने कई यादगार किरदार निभाए और अपनी अलग पहचान बनाई।
तनुजा का जन्म ऐसे परिवार में हुआ था, जहां सिनेमा एक परंपरा की तरह था। उनकी मां शोभना समर्थ और बहन नूतन बॉलीवुड की नामी अभिनेत्रियां थीं। उनकी दादी रतन बाई और मौसी नलिनी जयवंत भी फिल्म इंडस्ट्री के चर्चित नाम थे। इस पारिवारिक पृष्ठभूमि के बावजूद तनुजा ने अपनी पहचान अपने दम पर बनाई। तनुजा ने महज सात साल की उम्र में ‘हमारी बेटी’ में बाल कलाकार के रूप में काम किया। उनकी असली शुरुआत 1960 में आई फिल्म ‘छबीली’ से हुई, जिसका निर्देशन उनकी मां ने किया था। इसके बाद उन्होंने ‘ज्वेल थीफ’ में देव आनंद के साथ काम किया और यह जोड़ी दर्शकों को खूब पसंद आई।
तनुजा और देव आनंद की दोस्ती बेहद खास थी। दोनों एक-दूसरे के इतने करीब थे कि तनुजा उन्हें खुलकर डांट भी देती थीं। उनका एक किस्सा मशहूर है, जो उनकी दोस्ती और तनुजा के बेबाक व्यक्तित्व को दर्शाता है। यह किस्सा निर्देशक विजय आनंद की फिल्म ‘गाइड’ की शूटिंग का है। उस समय देव आनंद अपनी बीमार बहन को लेकर बेहद परेशान रहते थे और अक्सर शूटिंग के दौरान भी खोए-खोए रहते थे। हर कोई उनकी चिंता को समझता था, लेकिन कोई भी उनसे सीधे कुछ कहने की हिम्मत नहीं करता था।
ऐसे में तनुजा ने बिना झिझक उनके पास जाकर कहा कि आप सिर्फ अपनी बहन के बारे में क्यों सोचते हैं? अपनी जिंदगी जियो और खुश रहो। देव आनंद उनके इस अंदाज से हैरान रह गए, लेकिन यही बात उनके दिल को छू गई। उन्होंने तनुजा को गले लगाकर कहा कि तुम एक अद्भुत इंसान हो। तनुजा के इस बेबाक व्यवहार ने देव आनंद को उस मुश्किल घड़ी में राहत दी। यह घटना न सिर्फ उनकी दोस्ती की गहराई को दिखाती है, बल्कि तनुजा के व्यक्तित्व को भी बखूबी बयां करती है।