मुकेश खन्ना (फोटो सोर्स-सोशल मीडिया)
Ranbir Kapoor In Movie Ramayan: फिल्म अभिनेता रणबीर कपूर नितेश तिवारी की आने वाली फिल्म रामायण में भगवान राम के किरदार में नजर आने वाले हैं। आने वाली जुलाई में इस इंतजार भरी फिल्म की पहली झलक रिलीज की गई थी। पहली झलक के बाद से ही फिल्म को लेकर फैंस के बीच एक्साइटमेंट बढ़ी हुई है।
इस पूरे मामले पर फिल्म का टीजर देखते ही बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ में भीष्म पितामह का किरदार निभाने वाले सीनियर एक्टर मुकेश खन्ना ने भारी संदेह जताया है। उनका कहना है कि उन्हें शक है कि शायद ही रणबीर भगवान राम की आदर्श “मर्यादा पुरुषोत्तम” छवि को सही से निभा पाएं।
मुकेश ने गलाटा इंडिया से बात करते हुए, कहा कि उन्होंने पहली बार जब फिल्म का टीज़र देखा तभी उसपर एक रिएक्शन वीडियो पोस्ट करने की योजना बनाई थी। इस टीजर में रणबीर भगवान राम के रूप में पेड़ पर चढ़ते और तीर चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं। मुकेश की नजर में भगवान राम का यह रुप बेहद ही हास्यप्रद है।
मुकेश ने बताया कि उनकी टीम ने शुरुआत में उन्हें ऐसा न करने की सलाह दी थी, और ये कहा था कि ये सीन AI द्वारा जेनरेट किए गए है। लेकिन जब बाद में उन्हें पता चला कि यह सीन वास्तव में ऑफिशियल टीज़र का हिस्सा हैं, तो उनसे रणबीर द्वारा भगवान राम की भूमिका निभाने पर कमेंट करने के लिए कहा गया था।
लेकिन उस समय एक्टर खन्ना ने ऐसा कोई भी कमेंट करने से इंकार कर दिया था। एक्टर बताते हैं कि रणबीर पहले बीफ खाने की बात कबूल कर चुके हैं। हालांकि, उन्होंने इस पूरे मसले पर कोई भी रिएक्शन देने से इनकार कर दिया और कहा कि हो सकता है कि रणबीर ने अब तक बीफ खाना छोड़ दिया हो।
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नितेश तिवारी निर्देशित रामायण के टीज़र में भगवान राम को जिस तरह से दिखाया गया है, उसकी जमकर मुकेश खन्ना ने आलोचना की है। उन्होंने कहा, कि भगवान राम के व्यक्तित्व से छेड़छाड़ अपने आप को इतिहास के पन्नों से छेड़छाड़ करने का द्वार है। ऐसा करने से बचें। “छेड़छाड़ करोगे तो फंसोगे। आप राम को योद्धा बता रहे हो, लेकिन वह एक महान व्यक्तित्व मर्यादा पुरुषोत्तम राम थे।
निर्माता जिस तरीके से भगवान राम को पेड़ों पर चढ़ते और तीर चलाते हुए दिखा रहे हैं, कृष्ण या अर्जुन ऐसा कर सकते हैं, लेकिन राम ऐसा नहीं करेंगे। यह स्क्रीन टाइम भगवान राम के व्यक्तित्व के लिए बिल्कुल सही नहीं। इतिहास गवाह है कि अगर राम खुद को योद्धा घोषित करते, तो वे कभी भी वानरों से मदद नहीं मांगते।