मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में टेलीविजन अभिनेता और बिग बॉस उपविजेता शिव ठाकरे को समन भेजा और जेल में बंद कथित ड्रग माफिया अली असगर शिराज़ी से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे पूछताछ की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में गवाह के तौर पर ठाकरे का बयान दर्ज किया गया। ED ने बिग बॉस के प्रतियोगी अब्दु रोज़िक को भी उसके सामने पेश होने के लिए बुलाया।
शिराज़ी ने हसलर्स हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की थी, जिसने ठाकरे और रोज़िक सहित कई स्टार्ट-अप को वित्तपोषित किया था। कंपनी ने जाहिर तौर पर नार्को-फंडिंग के जरिए पैसा कमाया। यह पैसा हसलर्स हॉस्पिटैलिटी के माध्यम से कई स्टार्टअप परियोजनाओं में निवेश के रूप में खर्च किया गया था, जिसमें ‘ठाकरे टी एंड स्नैक्स’, एक खाद्य और स्नैक ब्रांड और एक रेस्तरां शामिल था।
रोज़िक ने हसलर्स हॉस्पिटैलिटी के साथ साझेदारी में बर्गर ब्रांड ‘बर्गियर’ के साथ फास्ट-फूड स्टार्टअप परिदृश्य में भी कदम रखा। हसलर्स के माध्यम से, शिराज़ी ने कथित तौर पर ‘बर्गियर’ में पर्याप्त निवेश किया। सूत्रों के अनुसार, नार्को व्यवसाय में शिराज़ी की कथित संलिप्तता के बारे में जानने के बाद ठाकरे और रोज़िक दोनों ने अपने अनुबंध समाप्त कर दिए।
मिली जानकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते शिव ठाकरे से पूछताछ की गई थी और उनका बयान दर्ज किया गया है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि उन्हें इस मामले में कैसे संदिग्ध माना जा रहा है। शिव इस मामले में गवाह के रूप में पेश हुए हैं।