बॉलीवुड में नहीं चला सिकंदर खेर के पैरेंट्स का असर
Sikandar Kher Birthday Special Story: बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया में जन्म लेना आसान है, लेकिन अपनी पहचान बनाना सबसे मुश्किल। अभिनेता सिकंदर खेर इसका जीता-जागता उदाहरण हैं। अभिनेत्री किरण खेर और दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर के बेटे सिकंदर ने कभी अपने परिवार की पहचान का सहारा नहीं लिया, बल्कि अपनी मेहनत, संघर्ष और लगन से खुद की राह बनाई।
31 अक्टूबर 1982 को दिल्ली में जन्मे सिकंदर ने चंडीगढ़ में बचपन बिताया और थिएटर से अभिनय की शुरुआत की। थिएटर के मंच से निकला यह कलाकार धीरे-धीरे मुंबई की फिल्मी गलियों में अपनी जगह बनाने लगा। उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) के मंचों पर अपने अभिनय को निखारा और 2008 में फिल्म ‘वुडस्टॉक विला’ के साथ बॉलीवुड में कदम रखा।
सिकंदर ने कैमरे के सामने आने से पहले पर्दे के पीछे की बारीकियां भी सीखी थीं। उन्होंने संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘देवदास’ में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया। इस दौरान उनके पास शूटिंग के लिए कैमरा नहीं था, तो खुद शाहरुख खान ने उन्हें अपना हैंडीकैम दिया। इसी कैमरे से सिकंदर ने फिल्म के कई बिहाइंड द सीन्स (BTS) वीडियो शूट किए, जिनमें शाहरुख खान के घायल होने वाला सीन भी शामिल था।
करियर के शुरुआती दौर में उन्हें उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली। एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्हें लंबे समय तक काम नहीं मिला। लेकिन सिकंदर ने कभी अपने माता-पिता की मदद नहीं मांगी। उन्होंने संघर्ष जारी रखा और अंततः ‘औरंगजेब’ में इंस्पेक्टर के किरदार से लेकर वेब सीरीज ‘आर्या’ में दौलत के इंटेंस शेड तक, हर किरदार में खुद को साबित किया।
ये भी पढ़ें- शाहरुख खान ने बेटे आर्यन संग काम पर रखीं दो शर्तें, कहा- डायरेक्टर बना तो पापा…
आज वह सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। देव पटेल की फिल्म ‘मंकी मैन’ में उनका काम सराहा गया। इस पूरी यात्रा में उनकी मां किरण खेर का विश्वास सबसे बड़ा सहारा रहा। एक इंटरव्यू में सिकंदर ने बताया कि जब वह अपने करियर को लेकर असमंजस में थे, तो किरण खेर ने मुस्कराते हुए कहा था कि तुम एक्टिंग में लगे रहो। अगर मुझे कभी लगा कि तुम बुरे एक्टर हो, तो मैं तुम्हारे लिए एक पेट्रोल पंप खोल दूंगी।