बिन ब्याही मां बन गई थी एमी जैक्सन, बेटे के जन्म के बाद की थी शादी (सौ. सोशल मीडिया)
मुंबई: एमी जैक्सन का जीवन केवल फिल्मों की चमक और ग्लैमर से नहीं जुड़ा, बल्कि उन्होंने कई व्यक्तिगत संघर्षों का सामना भी किया है, जो उनकी आत्मविश्वास और संकल्प की मिसाल हैं। अपनी एक्टिंग के साथ-साथ एमी ने अपने व्यक्तिगत जीवन की भी कई मुश्किलों से जूझते हुए एक मजबूत पहचान बनाई है। एक्ट्रेस आज अपना 33वां जन्मदिन मना रही है। इस खास दिन जानते है एक्ट्रेस की पर्सनल लाइफ के बारे में।
एमी के करियर ने बहुत ही कम समय में गति पकड़ ली थी। जब वे केवल 16 साल की थीं, तो उन्होंने मॉडलिंग शुरू की, और अपनी खूबसूरती और चार्म से जल्द ही दुनिया भर में पहचान बनाई। लेकिन इसके साथ ही एमी की पर्सनल लाइफ ने भी कई बार सुर्खियां बटोरीं। उनकी पहली फिल्म ‘दीवाना था’ के बाद उनका नाम अभिनेता प्रतीक बब्बर के साथ जुड़ा। दोनों ने एक-दूसरे के नाम का टैटू भी बनवाया था, लेकिन समय के साथ उनका रिश्ता टूट गया, जो कई लोगों के लिए एक हैरान करने वाली बात थी।
इस टूटे रिश्ते के बाद 2013 में एमी ने बॉक्सिंग चैंपियन जो सेल्किर्क के साथ अपना नाम जोड़ा, लेकिन इस रिश्ते में भी विवाद सामने आए। जो पर मारपीट का आरोप लगाने के बाद दोनों का रिश्ता खत्म हो गया। यह पल एमी के लिए एक कड़ा अनुभव था, लेकिन उन्होंने इस मुश्किल से खुद को बाहर निकाला। इसके बाद एमी ने फिर से अपनी जिंदगी की शुरुआत की और 2019 में जॉर्ज पायनिटू से सगाई की। जब एमी ने प्रेग्नेंसी की खबर साझा की, तो यह खबर उनके फैंस के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनका विवाह नहीं हो सका और कुछ समय बाद उनका रिश्ता भी टूट गया।
इस कठिन समय के बाद भी एमी ने अकेले अपने बेटे की परवरिश करने का फैसला लिया। एक सिंगल मदर के रूप में उन्होंने न केवल अपने बेटे का ध्यान रखा, बल्कि अपनी आत्मनिर्भरता और अपने करियर में भी खुद को बनाए रखा। इस दौरान वह अपने बेटे के साथ समय बिताने और उसे सशक्त बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित हो गईं।
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आज, एमी जैक्सन भले ही फिल्मों में कम नजर आती हों, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए वह लगातार अपने फैंस से जुड़ी रहती हैं। अपनी लाइफस्टाइल, फैशन और व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए वह आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं। उनका जीवन यह साबित करता है कि किसी भी मुश्किल से उबरकर आप अपनी मंजिल पा सकते हैं, बस ज़रूरत है तो आत्मविश्वास और संघर्ष की। एमी की यात्रा हर किसी के लिए एक प्रेरणा है, जो जीवन के उतार-चढ़ाव से जूझते हुए भी अपने पैरों पर खड़ा रह सकता है।