शरद पवार (सौजन्य-एएनआई)
पुणे: महाराष्ट्र में इस बार महायुति की बड़ी जीत हुई है। इस बार के चुनावी नतीजों को देख एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार को बड़ा झटका लगा है। इसके लिए पार्टी ने फिर से मतगणना करने की मांग की है। फिलहाल राज्य में सीएम कौन बनेगा इसकी लहर दौड़ रही है।
इस बीच एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कि महाराष्ट्र में जनता के आदेश का सम्मान नहीं हो रहा है, और ये अच्छी बात नहीं है। शरद पवार ने एएनआई से बात करते हुए बताया कि ये चौकाने वाली बात हैं कि इतना साफ बहुमत मिलने के बाद भी अभी तक सरकार नहीं बन पाई है। इससे साफ जाहिर होता है कि जनता का बहुमत महायुति के लिए मायने नहीं रखता।
एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार का कहना है, “ऐसा पहली बार हुआ है, देश में हुए चुनावों ने लोगों को बहुत बेचैन कर दिया है, लोगों में निराशा है। शरद पवार ने आरोप लगाया कि इस बार उन्हें सत्ता का दुरुपयोग और पैसे का अधिक इस्तेमाल देखने को मिला है और इसके चलते जनता की बैचेनी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पूरी जनता को एक जन आंदोलन तैयार करना होगा।”
Pune, Maharashtra | NCP-SP Chief Sharad Pawar says, "This has happened for the first time, the elections held in the country have made people very restless, there is disappointment among the people…Every day at 11:00 am, the opposition leaders raise questions in the Parliament.… pic.twitter.com/37Otp5jutk — ANI (@ANI) November 30, 2024
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शरद पवार ने आगे कहा, अब ऐसा लगता है कि देश में संसदीय लोकतंत्र प्रणाली खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा हर दिन विपक्षी नेता संसद में इस मुद्दे पर सवाल उठाते है तो उन्हें बोलने नहीं दिया जाता। हर दिन सुबह 11:00 बजे विपक्ष के नेता संसद में सवाल उठाते हैं। अपनी बात रखते हैं लेकिन संसद में उनकी मांगें नहीं मानी जा रही हैं और इसका साफ मतलब है कि संसदीय लोकतंत्र का सही तरीके से पालन नहीं हो रहा है।
अगर ऐसा ही चलता रहा तो ये ठीक नहीं है और इसके लिए हमें लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करना होगा। ईवीएम के वोटों में कुछ अंतर है लेकिन फिलहाल मेरे पास इस संबंध में कोई सबूत नहीं है। कुछ लोगों ने पुनर्मतगणना की मांग की है। इस मामले में जो भी संभव होगा वो किया जाएगा। कुछ लोगों ने पुनर्मतगणना के लिए आवेदन किया है। देखते हैं उसमें क्या होता है लेकिन मुझे इससे ज्यादा उम्मीद नहीं है।
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