राहुल गांधी, अखिलेश यादव और ममता बनर्जी, डिजाइन फोटो
नवभारत डेस्क : पिछले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए की सीटें घटने के बाद एकजुट विपक्ष में एक अलग ही उत्साह था। विपक्ष मोदी सरकार को सत्ता से तो नहीं हटा पाया लेकिन ये विश्वास जरूर दृढ़ हुआ कि मोदी अजेय नहीं हैं, लेकिन उसके बाद विधानसभा चुनावों के नतीजों ने विपक्ष के हौसले पस्त कर कर दिए, हरियाणा में बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बना ली।
महाराष्ट्र में भी महाविकास अघाड़ी की करारी हार हुई। अब दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का किला भी ढह गया है। राज्यों में एक के बाद एक हार के साथ ही, इंडिया गठबंधन में खटपट भी तेज होती गई है। इंडिया गठबंधन के कई सहयोगी कांग्रेस को नसीहत दे रहे हैं। गठबंधन के भविष्य पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्या इंडिया गठबंधन को अब भंग कर देना चाहिए? या जारी रहना चाहिए? इसका नेतृत्व किसके हाथ में रहना चाहिए?
इन सवालों पर जनता क्या सोचती है, इसका जवाब इंडिया टुडे के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में मिल गया है। सर्वे में शामिल 65 प्रतिशत लोगों ने कहा कि विपक्षी पार्टियों को इंडिया गठबंधन जारी रखना चाहिए। हालांकि 26 प्रतिशत का मानना था कि इस गठबंधन को भंग कर देना चाहिए।
सर्वे में जब ये पूछा गया कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए कौन सा नेता सबसे मुफीद है तो सबसे ज्यादा प्रतिभागियों ने राहुल गांधी का नाम लिया। इस मामले में उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी टक्कर देती दिख रही है। सर्वे में शामि, 24 प्रतिशत लोगों ने कहा कि गठबंधन का नेतृत्व राहुल गांधी के हाथ में होना चाहिए। 14 प्रतिशत का कहना था कि ममता बनर्जी के हाथ में इंडिया गठबंधन का नेतृत्व होना चाहिए। 9 प्रतिशत लोगों ने अरविंद केजरीवाल तो 6 प्रतिशत लोगों ने अखिलेश यादव का नाम लिया।
इस सर्वे के मुताबिक देश में अगर आज चुनाव हुए तो एनडीए को 343 सीटें मिल सकती हैं। अकेले बीजेपी ही बहुमत के आंकड़े 2 को पार करके 281 सीट हासिल कर सकती है। दूसरी तरफ, अगर आज चुनाव हुए तो इंडिया गठबंधन को महज 188 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है।
2024 के पिछले लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को 232 सीटों पर कामयाबी मिली थी। सर्वे के अनुमान विपक्ष के लिए अच्छे संकेत तो नहीं दे रहे लेकिन कांग्रेस के लिए इसमें राहत भी छिपी हुई है।
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सर्वे में पूछा गया कि क्या कांग्रेस असली विपक्षी पार्टी है तो इसके जवाब में 64.4 प्रतिशत ने हां तो 31 प्रतिशत ने नहीं में जवाब दिया। जब ये पूछा गया कि कांग्रेस को सबसे बेहतर कौन चला सकता है तो 36.4 प्रतिशत लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया।