पंजाबी बस्ती में 4 मंजिला इमारत ढही,
Building Collapsed in Delhi: पंजाबी बस्ती में चार मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। ये हादसा सुबह करीब 2:52 बजे हुआ। जब दिल्ली फायर सर्विस को इमारत गिरने की सूचना मिली तो बचाव कार्य चालू किया गया। राहत की बात यह रही कि हादसे के वक्त इमारत खाली थी, जिससे कोई जान का नुकसान नहीं हुआ।
बताया जा रहा है कि पास की एक इमारत में 14 लोग फंसे थे, जिन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया। कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके साथ ही अक दूसरी घटना में पांच लोग घायल हो गए। यमुना विहार में एक रेस्टोरेंट में एसी के कंप्रेसर में विस्फोट हो गया था।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली नगर निगम (MCD) ने पहले ही इस इमारत को खतरनाक घोषित किया हुआ था। बावजूद इसके, मकान खाली नहीं किया गया था। एक स्थानीय युवक ने बताया कि मकान मालिकों को दो महीने पहले ही चेताया गया था, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया। युवक ने रात को इमारत हिलते हुए देखी और तुरंत लोगों को चेतावनी दी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
एक महिला ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कई बार शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मलबे में कई वाहन भी दब गए हैं।
दूसरी ओर, सोमवार रात यमुना विहार में स्थित पिज्जा हट के आउटलेट में अचानक धमाका हुआ। यह धमाका ग्राउंड फ्लोर पर स्थित एसी के कंप्रेसर में हुआ। इसमें पांच लोग घायल हुए जिन्हें तुरंत जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। दिल्ली फायर सर्विस को जैसे ही सूचना मिली, दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
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स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक तौर पर यह हादसा तकनीकी खराबी के कारण बताया जा रहा है, लेकिन विस्तृत जांच के बाद ही कारणों की पुष्टि हो सकेगी। दोनों घटनाएं बताती हैं कि जर्जर इमारतों और तकनीकी खामियों की अनदेखी का परिणाम गंभीर हो सकता है। अब देखना यह है कि प्रशासन आगे क्या कार्रवाई करता है।