दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने हरिद्वार में गंगा स्नाना किया (फोटो- @gupta_rekha)
नई दिल्ली/हरिद्वार: दिल्ली सरकार के 100 दिन पूरे होने पर राजधानी की मुख्यमंत्री ने आध्यात्मिक राह पकड़ी और हरिद्वार पहुंचकर गंगा तट पर आस्था और संकल्प का संगम प्रस्तुत किया। हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान और पूजा के बाद उन्होंने कहा कि यह यात्रा सिर्फ आध्यात्मिक नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है—राजनीति को सेवा और स्वच्छता से जोड़ने की। उन्होंने मां गंगा से दिल्ली और देश की समृद्धि की कामना करते हुए यमुना को भी गंगा जैसी निर्मल बनाने का संकल्प लिया। ये क्षण सिर्फ प्रतीक नहीं, बल्कि सरकार की दिशा और सोच का संकेत बनकर सामने आए।
मुख्यमंत्री ने गंगा पूजन के बाद कनखल में आयोजित एक लोकार्पण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया, जहां उन्हें आध्यात्मिक संतों और स्थानीय जनों से आशीर्वाद मिला। इस दौरान उन्होंने यह स्पष्ट किया कि दिल्ली की नीतियां अब संकल्पों से जुड़ रही हैं और विकास की दिशा में उठाए गए हर कदम के पीछे एक स्पष्ट सोच और उद्देश्य है। उन्होंने आश्वस्त किया कि आगे का सफर सिर्फ वादों का नहीं, उनके सार्थक परिणामों का होगा।
आज हरिद्वार की हर की पैड़ी पर माँ गंगा के पावन तट पर आस्था की डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना की तथा दिल्लीवासियों की सुख-समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य और निरंतर प्रगति की मंगलकामना की।
माँ गंगा से यही प्रार्थना है कि उनकी कृपा और आशीर्वाद हम सभी पर सदैव बना रहे, और हमारी दिल्ली समृद्धि,… pic.twitter.com/snXBJNHv6B
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) June 1, 2025
गंगा तट पर श्रद्धा और विकास का संदेश
मुख्यमंत्री का गंगा स्नान केवल धार्मिक रस्म नहीं था, बल्कि दिल्ली सरकार के कार्यों के सौ दिन पूरे होने के बाद एक नई ऊर्जा और सोच का प्रतीक बन गया। उन्होंने हरकी पैड़ी पर ब्रह्म कुंड में विधिपूर्वक पूजा कर जनकल्याण की कामना की। तीर्थ पुरोहितों द्वारा कराए गए इस अनुष्ठान के जरिए उन्होंने न केवल राजधानी बल्कि पूरे देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद मांगा।
यमुना को भी गंगा जैसा बनाने का संकल्प
गंगा तट से लौटते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उनका अगला लक्ष्य दिल्ली की यमुना को भी गंगा की तरह स्वच्छ और पवित्र बनाना है। उन्होंने इसे सिर्फ पर्यावरण या धार्मिक मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय जिम्मेदारी बताया। उनका मानना है कि जैसे गंगा सबको जोड़ती है, वैसे ही यमुना को भी जीवनदायिनी बनाना आज की प्राथमिकता है।