अलका लंबा, फोटो - सोशल मीडिया
नई दिल्ली : रेखा गुप्ता दिल्ली की 9वीं सीएम पद की शपथ ले लीं हैं और दिल्ली को अब चौथा महिला मुख्यमंत्री भी मिल गया है। ऐसे में कांग्रेस की अलका लंबा अलका लांबा ने गुरुवार, 20 परवरी को दिल्ली की नवनियुक्त मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को शुभकामनाएं दीं और उनके पिछले राजनीतिक संघर्षों को याद करते हुए कुछ बातों को उजागर किया है।
अलका लांबा ने कहा, “दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता को मेरी शुभकामनाएं। जब उनका नाम घोषित किया गया तो मैं पुरानी यादों में खो गई। हमारा हमेशा से उनके साथ वैचारिक संघर्ष रहा है। दिल्ली में हमारी बेटियों की सुरक्षा मुख्य चिंता है; मुझे उम्मीद है कि वह इस पर काम करेंगी। अगर वह इस दिशा में काम करेंगी तो हम उनका समर्थन करेंगे।”
शपथ ग्रहण से एक दिन पहले बीते बुधवार को अलका लांबा ने अपनी और रेखा गुप्ता 1995 की एक यादगार तस्वीर शेयर की। यह तस्वीर उस वक्त की थी, जब लांबा ने नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) से दिल्ली यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी, जबकि रेखा गुप्ता ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से महासचिव पद जीता था।
रेखा गुप्ता और अलका लांबा (फोटो- सोशल मीडिया)
अलका लांबा ने पोस्ट किया, “1995 की यह यादगार तस्वीर – जब रेखा गुप्ता और मैंने साथ में शपथ ली थी। मैंने NSUI से दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (DUSU) अध्यक्ष पद जीता था, और रेखा ने ABVP से महासचिव पद जीता था। रेखा गुप्ता को बधाई और शुभकामनाएं।” उनकी पोस्ट में लिखा था, “दिल्ली को चौथी महिला मुख्यमंत्री मिलने पर बधाई और हम उम्मीद करते हैं कि यमुना साफ रहेगी और बेटियां सुरक्षित रहेंगी।”
दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में रेखा गुप्ता ने दिल्ली के सीएम पद की शपथ ली। परवेश साहिब सिंह, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंदर इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह समेत छह अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं। राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वह आतिशी की जगह लेंगी।
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शालीमार बाग सीट से निर्वाचित विधायक रेखा दिल्ली में भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव और इसकी राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की सदस्य रह चुकी हैं। इन भूमिकाओं में उन्होंने हाशिए पर पड़े समुदायों और महिलाओं के कल्याण के लिए कई अभियान चलाए। भारतीय जनता पार्टी 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाई है। भाजपा ने 70 सीटों में से 48 सीटें जीतीं, जबकि आम आदमी पार्टी इस महीने की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में केवल 22 सीटें ही जीत सकी। कांग्रेस लगातार तीसरे चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल सकी।