दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 8 फरवरी को आने वाले हैं। ऐसे में तमाम एग्जिट पोल अपने नतीजे पेश कर चुकी है। वहीं कुछ एग्जिट पोल के अनुसार आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली की सत्ता में 11 साल से काबिज आप के हार का असर कई लोगों पर पड़ सकता है।
मतदान के बाद जारी 11 एग्जिट पोल में से 8 में बीजेपी को बढ़त मिलती दिखाई गई थी। ऐसे में आम आदमी पार्टी दूसरे बड़े दल के रूप में सामने आ सकती है। दिल्ली में इस बार मतदान प्रतिशत में कमी आई है। साल 2020 में 63 प्रतिशत था जो 2025 में 60.4 प्रतिशत हो गया है।
अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी हारती है तो यह पार्टी के लिए शर्मिंदगी का विषय बन सकता है। इसका झटका केजरीवाल को काफी जोर से लग सकता है। उनकी राजनीति में भविष्य को लेकर भी सवाल उठ सकते हैं। वहीं पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं में दूसरी पार्टी की तरफ जाने की होड़ लग सकती है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र सिंह जैसे नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप का मुद्दा गहरा हो सकता है। सत्ता से जाने के बाद पार्टी के नेताओं के खिलाफ और भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आ सकते हैं।
इंडिया ब्लॉक में गैर कांग्रेसी दल जैसे उद्धव ठाकरे, शरद पवार, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और केजरीवाल के गठजोड़ को झटका लग सकता है। वहीं इंडिया गठबंधन मजबूत होने का प्रयास कर सकती है। हालांकि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की भूमिका इस बात पर निर्भर करेगी कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस वापस एक साथ नजर आएगी या नहीं।